प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में करीब 1780 करोड़ रुपए के कुल 28 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसमें ट्रांसपोर्ट, शिक्षा, हेल्थ, ग्रामीण विकास और ऊर्जा से लेकर हर एक क्षेत्र के विकास की योजनाएं शामिल थीं। रोप-वे से लेकर सीवरेज प्लांट तक सब कुछ। अब 4 ऐसी योजनाओं के बारे में जानते हैं कि जिस पर चर्चा बहुत कम हुई है।
1 – 194.62 करोड़ रुपए से HP बॉटलिंग प्लांट
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को 194.62 करोड़ रुपए की लागत से वाराणसी के इसरवार गांव में HP बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास किया। यह योजना यूपी के 20 जिलों को कवर करेगी। यानी कि इससे 20 जिलों को नॉन स्टॉप LPG सिलेंडर की आपूर्ति होगी। दरअसल, गुजरात के कांडला बंदरगाह से मध्य प्रदेश होते हुए गोरखपुर तक पाइप लाइन (KGPL) बिछी है। यहां से LPG की आपूर्ति परियोजना पर काम हो रहा है। इस तरह से वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक स्थित इसरवार गांव में HP बॉटलिंग प्लांट तैयार किया जा रहा है। यहां से LPG मिलेगी। इस साल दिसंबर तक प्लांट से LPG की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
वाराणसी के सेवापुरी स्थित इसरवार गांव में HP बॉटलिंग प्लांट की स्थापना हो रही है।
इन 20 जिलों को मिलेगी LPG
वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, आजमगढ़, बलिया, मऊ, अंबेडकर नगर, बांदा, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, रायबरेली, प्रयागराज, फतेहपुर, कौशांबी और चित्रकूट।
3.08 करोड़ से काशी के 3 खंडों विश्वेश्वर, केदारेश्वर और ओंकारेश्वर खंड के बीच मौजूद 301 मंदिरों का जीणोद्धार कराया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अंतर्गृही यात्रा पथ के पुनर्विकास का उद्घाटन किया है।
2 – काशी में 3 अंतर्गृही परिक्रमा का जीर्णोद्धार
काशी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अंतर्गृही यात्रा पथ के पुनर्विकास का उद्घाटन किया है। 3.08 करोड़ से काशी के 3 खंडों विश्वेश्वर, केदारेश्वर और ओंकारेश्वर खंड के बीच मौजूद 301 मंदिरों का जीणोद्धार कराया गया है। हिंदू यहां पर तीनों खंडों की अंतरगृही परिक्रमा करते हैं। शास्त्रों और पुराणों में इस यात्रा के बारे में उल्लेख है। इस यात्रा से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। इन मार्गों में मौजूद मंदिरों पर लिखे गए नाम के साथ ही QR कोड भी है, जिससे मंदिर की पूरी जानकारी मिल सकती है।
जलकल विभाग में 14,400 स्क्वायर मीटर में करीब 3700 से अधिक सोलर पैनल लगाए गए हैं।
3 – जलकल विभाग बेचेगा बिजली
वाराणसी का जलकल विभाग पानी बेचने के साथ ही अब बिजली का उत्पादन कर उसे भी बेचेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 17.24 करोड़ रुपए के सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। 2 मेगावाट प्रतिदिन बिजली उत्पादन करके जलकल विभाग का बिजली का बिल 30 प्रतिशत कम हो जाएगा। जल निगम के अधिशासी अभियंता शहरोज दोस्त ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में 14,400 स्क्वायर मीटर में करीब 3700 से अधिक सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसमें 40 सोलर ट्री हैं। एक सोलर ट्री पर 10 सोलर पैनल लगे हैं।
यहां पर 40 सोलर ट्री हैं। एक सोलर ट्री पर 10 सोलर पैनल लगे हैं।
होगा 2 मेगावाट बिजली का उत्पादन
यहां सौर ऊर्जा से कुल 2 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। सोलर पैनल से हर दिन औसतन 9000 यूनिट बिजली पैदा होगी, जिसकी कीमत लगभग 72,000 होगी। यह ग्रिड में जाने के बाद विभाग के नियमानुसार बिल का एडजस्टमेंट करेगा। उन्होंने बताया कि सोलर ऊर्जा पर किया जा रहा खर्च, 6-7 सालों में निकल आएगा।
नई दिल्ली में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) ऑन मशीन टूल्स डिजाइन का समझौता पत्र दिखाते IIT-BHU के डायरेक्टर प्रो. प्रमोद कुमार जैन (सबसे दाएं) साथ में मौजूद केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय।
4 – IIT-BHU में बना 45 करोड़ रुपए से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IIT-BHU में 45 करोड़ रुपए से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) ऑन मशीन टूल्स डिजाइन की स्थापना की है। भारत को विदेशी से मशीनों का आयात बंद करने, घरेलू संसाधनों पर मशीन निर्माण को प्रोत्साहित करने के साथ ही भारत में मशीन निर्माण में रिसर्च और एडवांसमेंट बढ़ाने को लेकर संस्थान में COE को स्थापित किया गया है। यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मशीन टूल्स बिजनेस, पर्चेजर्स और ग्राहकों से जुड़े युवा टेक्नोक्रेट्स की तकनीकी सोच में भी सुधार लाएगा। वहीं, तकनीकी खाई भी कम होगी। यहां पर IIT के छात्रों को नई मशीनों के साथ ट्रेनिंग भी दी जाएगी।