मिर्जापुर में माता विंध्यवासिनी के धाम विंध्याचल में चैत्र नवरात्रि की पंचमी तिथि पर पतित पावनी मां गंगा के तट पर श्रद्धा, संगीत और आतिशबाजी का अनूठा संगम नजर आया। दीवान घाट पर जुटे भक्तों ने मनोहारी भजनों को सुना। मां गंगा की आरती का अद्भुत नजारा देख मंत्रमुग्ध रहे। भक्ति में भक्त विभोर रहे।
गंगा की लहरों के बीच रेती पर आतिशबाजी का नजारा लोगों के लिए अनूठा प्रयोग रहा। पहली बार नवरात्रि मेले को अविस्मरणीय बनाने के लिए जिला प्रशासन ने कई कदम उठाया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि नवरात्रि मेला को और भव्य बनाने का काम निरंतर किया जाता रहेगा।
गंगा तट पर आतिशबाजी से आसमान सतरंगी हो गया।
माता विंध्यवासिनी के धाम में नव संवत्सर की पंचमी तिथि एक नया अध्याय लिख गई। तीर्थराज प्रयाग से संगम का जल लेकर पहुंची गंगा मैया का माता विंध्यवासिनी के धाम में भक्तों ने भव्य आरती उतार कर स्वागत किया। गंगा तट पर संगीत की स्वर लहरियां श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रही थीं। श्रद्धा भक्ति में विभोर भक्तों ने गंगा नदी में प्रज्ज्वलित दीप छोड़कर नमन किया।
मां गंगा की आरती उतारते पुजारी।
गंगाजल पर अठखेलियां करते दीपों की लड़ी आगे बढ़ी तो आसमान में आतिशबाजी के चलते एक साथ हजारों सितारे चमक उठे। धूम धड़ाका के साथ गंगा के बीच रेती पर सुरक्षित आतिशबाजी की। लोगों ने करीब 50 मीटर दूर से आसमान में चमक रहे अद्भुत अलौकिक नजारे को देख हृदय पटल पर अंकित किया।
आरती में मौजूद विधायक, डीएम और एसपी।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि मेले को भव्य रूप देने के लिए विंध्य महोत्सव का नौ दिवसीय आयोजन किया गया है। उसी कड़ी में गंगा तट पर गंगोत्सव का कार्यक्रम पांचवें दिन रखा गया था। आने वाले दिनों में इसे और भव्य बनाया जाएगा। वाराणसी से माता के धाम में पहुंची शालिनी ने इसे अविस्मरणीय पल बताया। नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, पूर्व मंत्री रमा शंकर सिंह पटेल, धन्नजय पांडेय, संतोष गोयल, विंध्याचल मंडलायुक्त मुथु कुमार स्वामी और नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह आदि रहे।
नगर विधायक का स्वागत करते अधिकारी।