दुर्ग एसपी ने छावनी थाने में पदस्थ सिपाही श्याम सिंह को निजता के मौलिक अधिकार का हनन करने के मामले में लाइन अटैच कर दिया है। एसपी ने मामले में विभागीय जांच का भी आदेश दिया है।
पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छावनी थाना में पदस्थ सिपाही श्याम सिंह पर अपने अधिकारियों को भ्रमित करके एक युवती का सीडीआर निकालने का आरोप है। वह नंबर श्याम सिंह की महिला मित्र का था। उसने साइबर सेल से उस नंबर का सीडीआर निकलवाकर उसकी पीडीएफ कॉपी उसे भेजकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की। इतना ही नहीं सीडीआर की कॉपी को उसने युवती के कुछ परिचितों को भेज दिया था। जब इसकी जानकारी युवती को हुई तो उसने श्याम सिंह के घर जाकर जमकर खरी खोटी सुनाई और इसकी शिकायत पद्मनाभपुर थाने में की। वहां से उसे मोहन नगर थाने भेजा गया। जब यवती की शिकायत दर्ज नहीं हुई तो उसने इसकी शिकायत दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से की। एसपी ने मामले की जानकारी ली और इसकी जांच आईपीएस प्रभात कुमार को दी। प्रभात कुमार ने एक हफ्ते के अंदर ही पूरी रिपोर्ट एसपी को सौंपी, जिसके एसपी ने सिपाही को लाइन अटैच करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
इस तरह धोखा देकर निकलवाया सीडीआर
छावनी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक आनंद तिवारी ने सिपाही श्याम सिंह के साथ मिलकर जुआ के खिलाफ कार्रवाई की थी। उसमें उन्हें 5 मोबाइल फोन मिले थे। ये नंबर कहीं ऑनलाइन सट्टा से जुड़े न हों, इसकी जांच के लिए उच्च अधिकारी ने उनका सीडीआर निकालने के लिए कहा था। श्याम सिंह ने पांच की जगह 6 नंबर का सीडीआर निकालने का आवेदन बनाया। इसके बाद उस पत्र में एएसआई का साइन करवाकर साइबर को मेल कर दिया। साइबर सेल ने 6 नंबर का सीडीआर निकालकर छावनी थाने में मेल कर दिया। इसके बाद श्याम सिंह ने मेल में जाकर अपनी परिचित महिला मित्र के नंबर का सीडीआर डाउनलोड करके उसकी पीडीएफ कॉपी अपने पास रख ली। इसके बाद उसे भेजकर उसका दुरुपयोग किया।
युवती ने श्याम से तोड़ दी थी दोस्ती
जिस युवती का सीडीआर निकाला गया वो श्याम सिंह की महिला मित्र थी, लेकिन जब उसे पता चला कि श्याम शादीशुदा है उसने उससे सारे संबंध तोड़ दिए थे। इसके बाद श्याम ने उस युवती के नंबर का सीडीआर निकाला और उसे भेजकर दबाव बनाने की कोशिश की।
एक साल पहले जामुल थाने से पहुंचा था छावनी
श्याम सिंह 2005 बैच का कांस्टेबल है। वह अच्छा क्रिकेटर है और पुलिस की टीम के लिए कई मैच खेल चुका है। एक साल पहले तक वह जामुल थाने में पदस्थ था। उसके बाद तत्कालीन एसपी ने उसका तबादला छावनी थाने में किया था। इस बार में जब श्याम से बात की गई तो उसने उसके ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया। उसका कहना है कि उसने किसी भी नंबर का सीडीआर नहीं निकलवाया है।