देश में 3 हजार करोड़ का फ्रॉड करने वाला 7वीं फेल फ्यूचर मेकर कंपनी का चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) राधेश्याम अब ‘गुरू’ बन गया है। राधेश्याम 4 साल 3 महीने जेल में रहा। जनवरी 2022 में वह जेल से बाहर आया। इसके बाद वह अपने हिसार स्थित घर जाने के बजाय गायब हो गया। अब अचानक वह प्रवचन के नाम पर ज्ञान बांटते हुए नजर आने लगा है।
राधेश्याम खुद को भगवान श्रीकृष्ण का भक्त बता रहा है। उसने परमधाम नाम से अपनी संस्था बनाई है। इसी नाम से उसने अपना सोशल मीडिया अकाउंट बनाया हुआ है। इस पर अपने प्रवचनों के 12 वीडियो अपलोड किए है। इनमें वह आजकल के दूसरे बाबाओं को कोस रहा है।
राधेश्याम कहता है कि बाबा अध्यात्म का ज्ञान नहीं दे रहे बल्कि व्यापार कर रहे हैं। यह सोचने वाली बात है। लोगों से करोड़ों ठगने वाला राधेश्याम कह रहा है कि परमात्मा ने जितना दिया है, उसी में आनंद लेना चाहिए।
जानिए कौन है राधेश्याम और कैसे उसने 3 हजार करोड़ का फ्रॉड किया..
प्रॉपर्टी के काम में पैसा कमाया: राधेश्याम हिसार के सीसवाल गांव का रहने वाला है। वह आदमपुर में प्रॉपर्टी का काम करता था। छोटे भाई के साथ मिलकर उसने मोटा पैसा कमाया। हालांकि जब प्रॉपर्टी का काम मंदा हुआ तो शातिर राधेश्याम ने फ्यूचर मेकर कंपनी खोली।
नेटवर्किंग चेन वाली कंपनी बनाई: राधेश्याम ने फ्यूचर मेकर कंपनी की स्कीम लॉन्च की। इसमें एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति के साथ जुड़कर पूरी चैन बनानी होती थी। जॉइनिंग के लिए साढ़े 7 हजार रुपए देने पड़ते थे। कंपनी जॉइनिंग के बाद ढ़ाई हजार रुपए वापस लौटाने का लालच देती और बाकी बचे हुए पैसों के बराबर की राशि का इस्तेमाल कपड़े और दवाइयां खरीदने का लालच दिया जाता।
इसके साथ ही स्कीम के अनुसार, अगर एक व्यक्ति 7200 रुपए कंपनी में इन्वेस्ट करता है तो उसे दो साल में 60 हजार रुपए वापस मिलने का लालच दिया जाता। नए मेंबर्स जोड़ने पर पुराने मेंबर को कमीशन भी दिया जाता था।
फ्यूचर मेकर कंपनी चलाते वक्त राधेश्याम लग्जरी लाइफ जीता था।
सेमिनार के जरिए जोड़े लोग : राधेश्याम लोगों की जोड़ने की कला में माहिर था। वह सेमिनार के जरिए लोगों को जोड़ता। जहां उसकी बातों व ठाठ-बाठ देखकर युवा उसके जाल में फंसते चले गए। आलम यह था कि राधेश्याम ने एक साल में कंपनी में 1 करोड़ लोगों को जोड़ने का दावा किया। उसकी पर्सनल सिक्योरिटी थी और वह जगुआर से चलता था। देश के बड़े शहरों में उसके सेमिनार होते थे।