प्रयागराज में अतीक और अशरफ की हत्या के बाद 16 अप्रैल को इंटरनेट सेवा रोक दी गई। दूसरे दिन तनाव के चलते नेट बंद ही रखा गया। लोग रेपिडो, जोमैटो, स्विगी, पिज्जा हट जैसी कंपनियों में ऑर्डर नहीं कर सके। अमेजन और फ्लिपकार्ट कंपनियों में भी बुकिंग नहीं हुई। ऑनलाइन बुकिंग के भरोसे चलने वाले रेस्टोरेंट का बिजनेस भी प्रभावित हुआ। प्रयागराज के व्यवसायियों का अनुमान है कि 2 दिन में करीब 800 करोड़ का नुकसान हुआ है।
अब आपको समझाते है कि ये नुकसान कैसे हुआ…
रीटेल सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित
प्रयाग व्यापार मंडल के महामंत्री सुहेल अहमद खान कहते हैं कि रीटेल सेक्टर में 400 करोड़ नुकसान हुआ है। क्योंकि दुकान नहीं खुली। 200 ऑटो मोबाइल सेक्टर, 100 करोड़ होटल-रेस्टोरेंट का बिजनेस प्रभावित हुआ है। टूरिज्म प्रभावित होने से बाकी बाजार में होने वाली खरीद-फ़रोख़्त पर भी असर पड़ा। वहीं प्रयागराज का पूरे बाजार बंद होने से करीब 100 करोड़ के दूसरे व्यवसायों पर भी असर पड़ा है। इस तरह से करीब 800 करोड़ का नुकसान हुआ है।
पहले ही दिन 350 करोड़ का व्यवसाय नहीं हुआ
अब ऑनलाइन ट्रांजेक्शन अधिकतर लोगों की आदत में शामिल हो गया है। सब्जी वाले, किराना की दुकान, चाय वाला तक को लोग ऑनलाइन पेमेंट्स करते हैं। भीम, पेटीएम, गूगल पे, फोन पे से भुगतान नहीं हो सका। ऐसे में कैश न रखने वाले डिजिटल पेमेंट के भरोसे रहने वालों को काफी परेशानी हुई। पहले दिन करीब 350 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ।
चकिया स्थित माफिया अतीक अहमद के घर पुलिस की गारद बठी रही। यहां भी सोमवार की रात 8 बजे सन्नाटा पसरा रहा।
वर्क फ्रॉम होम वाले भी परेशान
17 अप्रैल को भी नेट सेवाएं बंद होने से समस्या कई गुना बढ़ गई। दूसरे दिन 450 करोड़ रुपए के कारोबार का नुकसान उठाना पड़ा। ऑनलाइन लेन-देन, बुकिंग, बिलिंग सहित कई सेवाएं ठप रहीं। साइबर कैफे पर ताला लटकता रहा।
प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अमित शुक्ला का कहना है कि नेट नहीं चलने से हमारे जैसे लाखों युवा लाइब्रेरी नहीं जा सके। ऑनलाइन क्लास नहीं ले पाए। ऐसे में उन्हें काफी दिक्कत हुई। मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले और वर्क फ्रॉम होम करने वाले शिवम शुक्ला ने बताया कि नेट नहीं चलने से हम अपने दफ्तर का काम नहीं कर सके।
रिया मेडिकल स्टोर चलाने वाले रितांशु जायसवाल के मुताबिक, लोग काउंटर तक चलकर भी नहीं आए।
40% तक घट गई सेल
प्रयागराज के मम्फोर्डगंज में डॉ. निगम चौराहे पर रिया मेडिकल स्टोर चलाने वाले रितांशु जायसवाल का कहना है कि नेट सेवा बंद होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने से 40% तक सेल कम हो गई। अब कैश देने वालों की संख्या केवल 50% रह गई है।
मम्फोर्डगंज में ही साइबर कैफे चलाने वाले हेमंत कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि 2 दिन से नेट नहीं आने से हमारे काफी काम ठप है। पिज्जा हट और डॉमिनोज में ग्राहकों ऑर्डर नहीं कर सके। ।
व्यवसायी हेमंत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नेट नहीं चलने से काम-काज बाधित हो गया।
वाहनों के लिए नहीं हो सकी ऑनलाइन बुकिंग, RTO में भी काम ठप
इंटरनेट सेवा बंद होने से ऑनलाइन बुकिंग से चलने वाली ओला और ऊबर की भी 1000 कारें खड़ी रहीं। पिछले 2 दिनों से बनारस, लखनऊ, कानपुर चलने वाली आम टैक्सी की तरह यह गाड़ियां चल रही हैं। संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय पर भी सोमवार को कोई काम नहीं हो सका। इंटरनेट सेवा बंद होने से वाहन फिटनेस, लर्निंग लाइसेंस परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूटनी रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर सहित कई अन्य काम नहीं हो सके। इससे दूर दराज से आए लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
17 अप्रैल को आधी रात बहाल हुई मोबाइल नेट सेवा
प्रयागराज के डीएम संजय खत्री से जब दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने सवाल किया कि इंटरनेट सेवा को बंद करने की क्या जरूरत पड़ गई तो उन्होंने कहा कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पश्चिमी क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा था। लॉ एंड ऑडर की स्थिति बनी रहे और लोग फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोग भड़काऊ पोस्ट न कर सकें, इसलिए नेट सेवा बंद की गई थी। 17 अप्रैल की रात 12 बजे से नेट सेवा बहाल कर दी गई है।