झांसी में असद-गुलाम एनकाउंटर की जांच शुरू हो गई है। क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए पुलिस टीम मंगलवार को झांसी के पारीछा डैम पहुंचे। मौके पर न्यायिक आयोग की टीम भी थी। यूपी STF ने 13 अप्रैल को झांसी में अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया था। दोनों उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था।
24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद और गुलाम मोहम्मद फरार थे। STF 48 दिन से लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर ये झांसी में मिले। एनकाउंटर को डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल ने लीड किया था।
STF के DIG अनंत देव तिवारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य शूटर असद और गुलाम ने पुलिस टीम को देखते ही बाइक से भागने की कोशिश की। STF टीम के पीछा करने पर विदेशी अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में उनकी बाइक गिर गई। जिस पर दोनों ने भागते हुए पुलिस को निशाना बनाया। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया। करीब 30 मिनट चली इस मुठभेड़ में 49 राउंड फायरिंग हुई।
उमेश हत्याकांड में अब तक 4 शूटर्स का एनकाउंटर
4 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस अब तक 4 शूटर्स का एनकाउंटर कर चुकी है। पहला एनकाउंटर 27 फरवरी को प्रयागराज में ही अरबाज का हुआ था। अरबाज उस क्रेटा कार को चला रहा था, जिससे बदमाश उमेश पाल के घर तक पहुंचे थे। इसमें असद भी था।
वहीं, दूसरा एनकाउंटर 6 मार्च को हुआ था। इसमें उमेश पर पहली गोली चलाने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मार गिराया था। इसके अलावा, असद और गुलाम का एनकाउंटर 13 अप्रैल को हुआ। यानी, अब तक इस मामले में 4 एनकाउंटर हो चुके हैं। अतीक के परिवार की मदद करने वाले 3 आरोपियों और करीबियों के घर पर बुलडोजर भी चल चुका है।