माफिया अतीक अहमद के खंडहर हो चुके दफ्तर में सोमवार को मिले खून के धब्बे इंसान के हैं। पुलिस सोर्स के मुताबिक, फोरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है। पुलिस अब यह पता कर रही है कि दफ्तर में आखिर किस पर जानलेवा हमला हुआ है। महिला या पुरुष? वह जिंदा है या मर गया? पुलिस को आशंका किसी महिला पर हमला होने की है, क्योंकि, दफ्तर में साड़ी और चूड़ियां भी बिखरी मिली थीं।
दफ्तर में पुलिस को 9 स्थानों पर खून के धब्बे पहली मंजिल पर किचन से लेकर सीढ़ियों पर मिले थे। यही नहीं, कपड़ों और दीवारों पर भी खून के छींटे थे। फर्श पर एक चाकू भी पड़ा था। उसमें भी खून लगा हुआ था।
उधर, अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश में मंगलवार को पुलिस ने कई जगह छापेमारी की। शाइस्ता पर इनाम राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख करने की तैयारी की जा रही है।
पुलिस को महिला के साथ हाथापाई की आशंका
अतीक के दफ्तर में फोरेंसिक टीम को महिला के कपड़े मिले थे। इनमें एक कुर्ती भी थी जिस पर खून लगा था। जगह-जगह टूटी चूड़ियां बिखरी थीं। पुलिस को आशंका है कि मौके पर किसी महिला के साथ संघर्ष हुआ है। यह विवाद किस के बीच हुआ, क्यों हुआ और अतीक के ही कार्यालय में क्यों हुआ? इसकी पुलिस तफ्तीश कर रही है।
पुलिस आसपास के क्लिनिक, अस्पतालों में जाकर पता लगा रही है कि सोमवार को क्या किसी घायल महिला या पुरुष का इलाज हुआ है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि यहां किसी की हत्या के बाद उसका शव ठिकाने तो नहीं लगाया। दफ्तर के आसपास के CCTV कैमरों की DVR पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। फिलहाल, पूरे मामले पर पुलिस आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कह रही है।
अतीक अहमद के दफ्तर को पुलिस ने बैरिकेड कर दिया। अंदर मीडिया की भी एंट्री बैन हो गई है। खुल्दाबाद थाने की फोर्स राउंड द क्लॉक के लिए तैनात कर दी है।
अतीक की पत्नी शाइस्ता पर अभी 50 हजार का इनाम है। पुलिस इनाम राशि को बढ़ाकर एक लाख करने की तैयारी कर रही है।
शाइस्ता की तलाश में छापे, इनाम 1 लाख करने की तैयारी
उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड चल रहीं शाइस्ता परवीन की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। अशरफ की बीवी जैनब और अतीक की बहन आयशा नूरी भी पुलिस रडार पर हैं। प्रयागराज में दोनों के छिपे होने की सूचना पर मंगलवार देर रात तक पुरामुफ्ती और हटवा के कई जगहों पर छापेमारी की गई। हालांकि, दोनों का अभी तक सुराग नहीं मिल सका है। उमेश पाल मर्डर केस में शूटर्स के संपर्क में रहीं और उन्हें एक-एक लाख रुपए देने वाली शाइस्ता पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए करने की तैयारी है।
इसी दफ्तर से बरामद हुआ था 74 लाख कैश
पुलिस ने हाल ही में इसी दफ्तर से 74 लाख 72 हजार रुपए और 10 पिस्टल बरामद किए थे।
21 मार्च को जब पुलिस ने इस दफ्तर पर छापा मारा था तब किचन में ताजी रोटियां बनी मिलीं थी। इसके अलावा किचन में आलू-प्याज और सब्जियां भी पड़ी थीं। ऊपर के कमरे के सोफे साफ-सुथरे थे। एक कमरे में महिलाओं के भी कपड़े मिले थे। पुलिस ने अतीक के गुर्गों के इस दफ्तर का इस्तेमाल करने की आशंका जताई थी।
दफ्तर पर दो बार चल चुका बुलडोजर
अतीक अहमद के जिस दफ्तर में खून के धब्बे मिले हैं उसका अगला हिस्सा दो बार गिराया जा चुका है। एक बार बसपा सरकार में 2006 में और दूसरी बार भाजपा सरकार में 2020 में। PDA ने 21 सितंबर 2020 को दफ्तर को गिरा दिया था। हालांकि पीछे का हिस्सा छोड़ दिया गया था। इसी पिछले हिस्से में उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने कुछ दिन पहले छापा मारकर 74 लाख 72 हजार रुपए और 10 पिस्टल बरामद की थीं। इसी कार्यालय में उमेश पाल का अपहरण कर 2006 में रखा गया था और उसे यातनाएं दी गई थीं।
2020 में करीब छह घंटे की कार्रवाई के बाद अवैध रूप से निर्मित भाग को पूरी तरह से जमींदोज करा दिया गया था। PDA अफसरों का कहना था कि अवैध रूप से किए गए निर्माण को हटाने के संबंध में अतीक अहमद को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उसने इसे नजर अंदाज कर दिया था, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई थी।