माफिया अतीक के 2 बेटों समेत 6 पर रंगदारी मांगने का एक और केस दर्ज किया गया है। यह केस कभी अतीक के बेहद करीबी बिल्डरों में शामिल रहे मोहम्मद मुस्लिम ने दर्ज कराया है। मुस्लिम की तहरीर पर बुधवार शाम को उमर और अली के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई है।
इसमें आरोप लगाया गया है कि 2007 में धूमनगंज के देवघाट स्थित पैतृक जमीन न देने पर आरोपियों ने अगवा कर अतीक के चकिया स्थित कार्यालय पर ले जाकर मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी दी।
मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक के बेटे अली, उमर समेत 6 पर धोखाधड़ी, रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
15 करोड़ की जमीन हड़पना चाहता था अतीक
मोहम्मद मुस्लिम ने तहरीर में बताया, “देवघाट में उसकी पैतृक जमीन है। वर्तमान कीमत 15 करोड़ रुपए है। अतीक की मंशा थी कि मैं यह जमीन उनके नाम कर दूं। जब मैंने इसका विरोध किया तो मुझे जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। डर के मारे मैं 2007 में लखनऊ जाकर रहने लगा।
किसी काम से जब प्रयागराज अपने घर जा रहा था तभी अतीक के लड़के अली, उमर, असाद कालिया, अजय, एहतेशाम और नुसरत ने मुझे गाड़ी से खींच लिया। गाली देते हुए चकिया स्थित कार्यालय ले गए और मारा-पीटा। मना करने पर कनपटी पर पिस्टल सटा दी और जान से मारने की धमकी दी। मामला 2007 का है।”
मोहम्मद मुस्लिम ने पुलिस को बताया कि वह अतीक के डर के मारे अभी तक चुप था। खुल्दाबाद इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने बताया कि मोहम्मद मुस्लिम की तहरीर पर अली, उमर समेत 6 पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
माफिया को 1 करोड़ 20 लाख रुपए दे चुका हूं रंगदारी
मोहम्मद मुस्लिम ने तहरीर में कहा, “मेरी जमीन का बैनामा करने को जब अतीक के लड़के दबाव बनाने लगे तो मैंने हाथ जोड़कर जान बचाने की गुहार लगाई। अली अहमद ने मेरी एक न सुनी। जान से मारने की नीयत से मेरे गले में बेल्ट बांध दिया और मुझे बारजे पर लटकाकर मारने लगे।
धमकाया कि यदि जिंदा रहना है तो तुम्हारी हर जमीन और प्लॉट में हम लोगों का हिस्सा रंगदारी के रूप में देना पड़ेगा। किसी तरह हाथ-पैर जोड़कर 2 दिन का समय लेकर अपनी जान बचाई। इसके बाद असाद कालिया के हाथों 1 करोड़ 20 लाख रुपए दिए, तब जाकर मेरी जान बची।”
धमकी दी- बच्चे जहां खेलते-पढ़ते हैं, वहीं से गायब करा दूंगा
मोहम्मद मुस्लिम ने तहरीर में कहा, “उसके बाद हम प्रयागराज कभी-कभार ही आते थे। अपने फ्लैट पर बच्चों के साथ डर-डर के जीवन गुजार रहे थे। अली और उमर द्वारा धमकाया जाता था कि हमें पता है कि तुम्हारे बच्चे कहां खेलते हैं? कहां पढ़ते हैं? वहीं से गायब करा दूंगा। हत्या करके शव को तुम्हारे घर भेज दूंगा।
यह सब जानकर और सुनकर पत्नी, पूरा परिवार घर में ही रहते थे। बाहर नहीं निकलते थे। इसी बीच जनवरी-2023 से अतीक अहमद का बेटा असद अपने साथ गुर्गों को लेकर आता था और धमकी देता था। इनके आंतक से मेरा पूरा परिवार डरा-सहमा रहता था। जब से असद, अतीक और अशरफ की मौत हुई, तभी से मैं और मेरा परिवार हिम्मत करके बाहर निकल पाए। जिस कारण काफी हिम्मत जुटाकर इन लोगों के खिलाफ अपनी गुहार लगा रहा हूं।”
असद की ऑडियो रिकॉर्डिंग के बाद बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से हुई थी पूछताछ
असद का एक ऑडियो सामने आया था, इसमें असद बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से बात कर रहा है। असद मुस्लिम से जेल में बंद भाई उमर से मिलने की बात कह रहा है। इस पर मुस्लिम उसे मना कर रहा है। इस पर असद धमकी भरे लहजे में बात करता है। बिल्डर वहां जाने से मना करता है। हालांकि इतना जरूर कहता है कि जो भी काम हो बता दीजिए, मैं कर दूंगा। इसी ऑडियो के बाद पुलिस ने मोहम्मद मुस्लिम से पूछताछ की थी।
मोहम्मद मुस्लिम खुद हिस्ट्रीशीटर, कई मुकदमे दर्ज हैं
कभी अतीक का करीबी रहा मोहम्मद मुस्लिम खुल्दाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर कुल 16 मुकदमे धूमनगंज, कर्नलगंज, खुल्दाबाद, करेली थाने में दर्ज हैं। गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है। उमेश पाल ने भी 2022 में उस पर एक करोड़ की रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके अलावा सुमन देवी भी धोखाधड़ी का केस दर्ज करा चुकी हैं।
प्रयागराज पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है।
शाइस्ता, जैनब और आयशा की तलाश में छापेमारी
अतीक की बीवी और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन समेत जैनब फातिमा और आयशा नूरी की तलाश में पुलिस ने प्रयागराज, लखनऊ, बरेली और मेरठ के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रयागराज पुलिस ने भी कछारी इलाकों और खदेरी नदी के आसपास की मुस्लिम बस्तियों में शाइस्ता और जैनब की तलाश में कई जगह छापेमारी की।
पुलिस को इनके बारे में कुछ खास इनपुट मिले थे, लेकिन तीनों महिलाओं का कोई सुराग नहीं लगा है। उधर, बुधवार को प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में आयशा नूरी की सरेंडर अर्जी पर सुनवाई टल गई। धूमनगंज पुलिस के आख्या सबमिट न करने पर कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पाई। पुलिस ने अतीक के वकील सौलत हनीफ को भी उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी बनाया है। पुलिस ने सौलत को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।