छत्तीसगढ़ में पूरे अप्रैल (9 दिन छोड़कर) हुई मानसून जैसी बारिश ने ग्रीष्मकालीन धान समेत रबी की फसलों और सब्जियों को बड़ा नुकसान पहुंचा दिया है। बारिश से ओले से पकी बालियों वाले धान के पौधे खेतों में लेट गए और उसमें भरे पानी से खराब हो गए हैं।
गेहूं कम पका है, लेकिन खेत में नमी बढ़ने से तने पर कीड़े लग रहे हैं। सब्जियां खराब हो रही हैं और भाजियां गलने लगी हैं। मौसम विभाग तथा इंदिरा गांधी कृषि विवि के वैज्ञानिकों ने फसल बचाने के लिए किसानों को एडवाइजरी जारी कर दी है। उनका कहना है कि अगले एक हफ्ते तक नमी आती रहेगी, इसलिए बची फसल की सुरक्षा कर लेनी चाहिए।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है इस समय हो रही बारिश के कारण सब्जियों को नुकसान का अधिक खतरा है। कुंदरू, करेला, परवल तथा मचान वाली फसलें तेज हवा के कारण गिरने से खराब हो गई हैं। दुर्ग और आसपास के इलाके में टमाटम की फसल बड़े पैमाने पर ली जाती है। बारिश से उसे नुकसान पहुंचा है। लगातार बारिश, तेज अंधड़ तथा ओले िगरने के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। खड़ी फसलें ओले और तेज हवा के कारण गिरकर खराब हो गई हैं।
गेहूं और धान को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। बारिश की वजह से फसलों के तनों में कीड़े लगने से पूरी फसल चौपट होने का खतरा बढ़ गया है। लगातार बारिश जारी रही तो तना छेदक कीड़े पूरी फसल को बर्बाद कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को जरूरी उपचार करने कहा गया है।
बारिश को देखते हुए दलहन फसलों में निंदानाशक का प्रयोग न करने के लिए कहा गया। तिलहन के लिए कहा जा रहा है कि निंदाई व गुड़ाई का काम अभी न करें। जिन लोगों ने शुरू कर दिया है वे फिलहाल रुक जाएं। खेतों और ब्यारे में रखी फसलें भीगने के कारण खराब हुई हैं। भीगी फसलों को अच्छी कीमत किसानों को नहीं मिल पाएंगी।
दो माह में 24 मिमी वर्षा होती है, 91 हो गई
छत्तीसगढ़ में मार्च से मौसम बदला हुआ है। तब से मंगलवार, 2 मई तक प्रदेश में 91.1 मिमी बारिश हुई है। इस दौरान औसत 24.2 मिमी बारिश होती है। यानी औसत से 277 फीसदी तक ज्यादा बारिश हो चुकी है। आमतौर पर मार्च-अप्रैल में बारिश के लिए एक-दो स्थिति बनती है। इस बार लगातार बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की अवधि अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में समुद्र से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से अगले दो-तीन दिनों तक बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी।
रबी और सब्जी, दोनों पर असर
“अप्रैल-मई की बारिश से रबी की फसलों को नुकसान है। सब्जियां पहले भी खराब हो रही थीं, अब कीड़े लगने से बड़े नुकसान का खतरा बढ़ गया है। अगले कुछ दिनों तक और बारिश के आसार हैं। इसलिए किसानों को सतर्कता और सावधानी के लिए एडवायजरी जारी की है।” -डा. जीके दास, मौसम विज्ञानी, डीन-कृषि काॅलेज
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