‘ये मेरी जिंदगी और मौत का चुनाव है। मैं मरने से नहीं डरता और न ही किसी को मारने से डरता हूं। तो सोच समझकर मुझसे गद्दारी करना। मेरी दुश्मनी बहुत महंगी पड़ेगी। ये दुश्मन, जो हमारी गायों को काट देते हैं, लव जिहाद करते हैं, धर्मांतरण करते हैं, इन दुश्मनों की यहां गिनती 70 हजार वोटों से होती है और हमारी गिनती वीरों से होती है।’
ये टी राजा सिंह हैं। तेलंगाना में BJP के सबसे चर्चित और विवादित कैंडिडेट। तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग है। टी राजा हैदराबाद की गोशामहल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 13 नवंबर को रात 8 बजे गोशामहल में उनकी रैली थी।
रैली में उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ फिर आपत्तिजनक बयान दिए। मंगलहाट थाने की पुलिस ने टी राजा के खिलाफ दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
टी. राजा सिंह अक्सर मुस्लिमों के खिलाफ बयान देते रहे हैं। उन पर 75 से ज्यादा मामले दर्ज थे। इनमें सबसे बड़ा मामला पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का था।
28 नवंबर को चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद दैनिक भास्कर ने टी राजा से बात की। इस दौरान भी उनके तेवर वही रहे। टी राजा ने एक पुराना किस्सा भी सुनाया जब पुलिस उनका एनकाउंटर करने वाली थी। ये भी बताया कि चंद्रबाबू नायडू के कहने पर वे BJP में आए थे। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…
सवाल: आरोप है कि आप मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ सार्वजानिक मंचों से भड़काऊ और आपत्तिजनक बयान देते हैं, इस पर क्या कहेंगे?
जवाबः मैं हिंदुत्व की बात करता हूं, जो हिंदुत्व को गाली देगा, मैं उसको अपनी भाषा में जवाब दूंगा। मैं गोसेवक हूं, गोरक्षा करना मेरा परम कर्तव्य है। जो मेरी गाय को काटेगा, मैं उसके हाथ तोड़ूंगा, यही मेरा स्टाइल है। लव जिहाद, धर्मांतरण और अनेक तरह से हिंदू समाज को टारगेट किया जा रहा है। मैं अपनी भाषा में ऐसे लोगों को समझाने के लिए भाषण देता हूं, जिन्हें समझ में नहीं आता, वो मेरे ऊपर केस करते हैं।
सवाल: आपने कहा हैदराबाद का दुर्भाग्य है कि यहां का सांसद एक देशद्रोही है। असदुद्दीन ओवैसी को वोट बेचने वाला बता दिया। क्या एक सांसद के लिए ऐसा कहना ठीक है। अगर वो देशद्रोही हैं तो केंद्र में आपकी सरकार है, उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं करवाते?
जवाबः हमें जो करना था किया, असदुद्दीन ओवैसी पहले से ही केंद्र के रडार पर है। गुजरात के पूर्व मंत्री हरेन पंड्या का मर्डर करने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से जुड़े थे। सभी ओल्ड सिटी से अरेस्ट हुए थे।
गोकुल चाट भंडार में ब्लास्ट हुआ, लुंबिनी पार्क में ब्लास्ट हुआ। कई निर्दोष लोग मारे गए। उन्हें भी फाइनेंशियली, फिजिकली सपोर्ट करने वाला असदुद्दीन ओवैसी ही था। ऐसे आदमी के लिए मैं कोई भी शब्द का इस्तेमाल करूं, वो कम है।