वाराणसी एयरपोर्ट पर एक बार फिर सोने की तस्करी पकड़ी गई। इस दफा बलिया का रहने वाला शख्स अपने मलाशय में सोने के कैप्सूल छिपाकर लाया था। चेकिंग के दौरान, जल्दबाजी करने पर कस्टम अधिकारियों का शक गया। जब स्कैनिंग हुई, तो 3 कैप्सूल उसके मलाशय में मिले। करीब 884 ग्राम सोने की कीमत करीब 55 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है।
ये तस्कर शारजाह (यूएई) से वाराणसी आई फ्लाइट में आया था। ये सोना उसको किसने दिया? वाराणसी में वो ये सोना किसे हैंडओवर करने वाला था? इन सवालों का जवाब कस्टम अधिकारी उससे पूछ रहे हैं। आरोपी रत्नेश के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
आरोपी से बरामद सोना लगभग 55 लाख रुपये कीमत का है।
2 साल पहले गया था शारजाह, अब तस्करी में शामिल हुआ
हल्दी (बलिया) के नई बस्ती में रहने वाले रत्नेश प्रसाद लगभग 2 साल पहले काम के सिलसिले में शारजाह गया था। घर वापसी करते समय 884 ग्राम सोने के कैप्सूल अपने रैक्टम में छिपा लिए। शारजाह से बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान एआई 184 से उतरे यात्रियों की जांच के दौरान रत्नेश प्रसाद पर कस्टम अधिकारियों को संदेह हुआ।
उसे अलग से ले जाकर स्कैनिंग की तो मलाशय में तीन कैप्सूल बरामद हुए। कड़ाई से पूछताछ में रत्नेश ने बताया कि वह अपने मलाशय मे तीन गुल्ली छिपाकर लाया है। अधिकारियों ने एक्स-रे कराकर मलाशय से गुल्लियां निकलवाईं। वैल्युअर बुलाकर सोने को पेस्ट से अलग कराया गया तो वजन 884 ग्राम वजन मिला। अनुमानित बाजार कीमत 55 लाख से ऊपर होने पर आरोपित को एयरपोर्ट खुफिया कस्टम अधिकारी लेखराज व बालमुकुंद सिंह ने रत्नेश को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया
टॉयलेट का बहाना कर जल्दी चेकिंग की गुजारिश
लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शारजाह से एयर इंडिया का विमान आईएक्स-184 की फ्लाइट लैंड की। जांच के दौरान बलिया निवासी यात्री रत्नेश प्रसाद जल्दी चेकिंग कर बाहर जाने के लिए कहता नजर आया। कस्टम अधिकारी ने जांच में समय की बात कही तो उसने वॉशरूम और पेट खराब होने की बात कही।
लगातार गतिविधियों से कस्टम टीम को शक हुआ। उसकी गहनता से जांच की गई। तलाशी के दौरान स्कैनर में रेड लाइट जली। स्कैनर में देखने पर उसके मलाशय से प्लास्टिक के कैप्सूल दिखे। इसके बाद अलग कक्ष में ले जाकर उससे पूछताछ शुरू की। पूछताछ में सोने को लेकर पहले तो रत्नेश ने गुमराह करने का प्रयास किया। मगर बाद में उसने सोना ले जाने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे दवाएं दीं, फिर एनिमा का इंजेक्शन लगाया। बाद में तीनों कैप्सूल बाहर निकाले गए। इस सोने का वजन 884.01 ग्राम निकला।