आज नव-वर्ष 2024 का पहला दिन है। साल की पहली सुबह का स्वागत लोग दर्शन-पूजन के साथ कर रहे हैं। काशी में आज मंगला आरती के बाद से ही बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। आज यानी सोमवार शाम तक करीब 8 लाख भक्तों के दर्शन करने की उम्मीद है। वहीं, काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव की दर पर श्रद्धालुओं की कतार लगी है। कुछ ऐसा ही नजारा संकटमोचन मंदिर और देवी दुर्गा के दुर्गाकुंड मंदिर में भी देखने को मिला।
अयोध्या में भी 22 जनवरी 2024 को निर्माणाधीन राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इसके चलते यहां के मंदिरों में भी भक्तों की काफी भीड़ है। मथुरा में बांके बिहारी के दर पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी है। नव वर्ष की पहली सुबह काशी, मथुरा, अयोध्या की रिपोर्ट। सबसे पहले बात काशी की:-
काशी में हर तरफ हर-हर महादेव की गूंज
काशी में चौतरफा हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच हैप्पी न्यू ईयर का शोर सुनाई दे रहा है। घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच देशभर से श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ दरबार पहुंचे। वहीं, काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव की दर पर श्रद्धालुओं की कतार लगी है। कुछ ऐसा ही नजारा संकट मोचन मंदिर और देवी दुर्गा के दुर्गाकुंड मंदिर में भी देखने को मिला।
दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की विधि-विधान से आरती उतार कर नववर्ष 2024 के पहले दिन की सुबह का स्वागत पारंपरिक तरीके से किया गया।
दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की विधि-विधान से आरती।
सभी तरह के टिकट और प्रोटोकॉल आज बंद
विश्वनाथ मंदिर मंदिर प्रशासन के अनुसार, आज न्यू ईयर पर सावन वाली व्यवस्था लागू की गई है। मंदिर में बाबा विश्वनाथ का प्रोटोकॉल, टिकट और VIP दर्शन बंद कर दिया गया है। प्रोटोकॉल और रुद्राभिषेक पर भी रोक लगा दी गई है। आम भक्तों को ही दर्शन दिया जा रहा है।
नव वर्ष 2024 की पहली सुबह श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
मंदिर आने वाले भक्तों को यहां से मिल रही एंट्री
जो दर्शनार्थी मैदागिन की ओर से आ रहे हैं, उन्हें गेट नंबर 4 से मंदिर परिसर में एंट्री मिल रही है। यहां से आने वाले भक्त गर्भ गृह के उत्तरी द्वार पर दर्शन कर रहे हैं। गंगा द्वार से आने वाले श्रद्धालुओं को गर्भ गृह के पूर्वी द्वार से दर्शन कराया जा रहा है। ढूंढीराज प्रवेश द्वार से आने वाले भक्त गर्भ गृह के पश्चिमी द्वार से दर्शन कर रहे हैं। वहीं सरस्वती फाटक यानी कि गेट नंबर 2 से आने वाले भक्त गर्भ गृह के दक्षिणी द्वार से दर्शन कर रहे हैं।
भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पीने का पानी, बैरिकेडिंग पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम सहित अन्य व्यवस्थाओं का इंतजाम किया गया है। गोदौलिया और गंगा घाट के साथ ही मैदागिन चौराहे पर एक्स्ट्रा पुलिस फोर्स लगाकर दर्शनार्थियों की भीड़ को लाइन में लगाकर आगे बढ़ाया जा रहा है।
साल 2023 के अंतिम दिन 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया था दर्शन
वर्ष 2023 के अंतिम दिन बाबा विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे थे। सुबह से लेकर शयन आरती तक करीब साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन-पूजन किए।
साल 2023 के अंतिम दिन 31 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु।
गंगा द्वार की ओर से मंदिर आने वाले भक्तों की भारी भीड़ लगी है।
मथुरा: बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए 1km लंबी लाइन
मथुरा-वृंदावन में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। भक्त आराध्य दर्शन करने के लिए आतुर नजर आ रहे हैं। बांके बिहारी जी के दर्शनों के लिए सुबह से भक्तों की लाइन लगी है। भक्त भगवान बांके बिहारी जी के दर्शनों की एक झलक पाने को लालायित हैं। नव वर्ष के पहले दिन की शुरुआत भक्त भगवान के दर्शनों के साथ करना चाहते हैं। दर्शनों के लिए मंदिर से करीब 1 किलोमीटर तक भक्तों की लाइन लगी है। वृंदावन के रंगनाथ मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन में भी श्रद्धालुओं की लाइन लगी हुई है।
नव वर्ष 2024 की पहली सुबह भगवान रंगनाथ की आरती की गई।
नव वर्ष 2024 की सुबह गोवर्धन स्थित मुकुट मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा पर पहले दूध से अभिषेक किया फिर मंगला आरती की गई।
नव वर्ष 2024 की पहली सुबह हर कोई बांके बिहारी के दर्शन को आतुर दिखा। इस दौरान करीब 1 किलोमीटर भक्तों की लाइन लग गई।
अयोध्या: रामलला दरबार और हनुमानगढ़ी में भीड़
साल 2024 रामनगरी के लिए खास है। इस बार 22 जनवरी को निर्माणाधीन भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। भक्त नए साल के पहले दिन की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद के साथ शुरू कर रहे हैं। भगवान रामलला, हनुमानगढ़ी समेत अन्य मठ-मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। मंदिरों के आसपास बैरिकेडिंग लगाई है।
अयोध्या के हनुमान गढ़ी में नव वर्ष 2024 की पहली सुबह दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु।
आज मंदिर में दर्शन करने के लिए जा रहे लोगों के लिए अहम जानकारियां…
कॉरिडोर बनने के बाद आए 13 करोड़ से ज्यादा शिवभक्त
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण होने के बाद 2 साल में कुल 13 करोड़ शिवभक्तों ने दर्शन-पूजन किया है। इससे पहले 2 साल में 2 करोड़ से ज्यादा भक्त नहीं होते थे। 13 दिसंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कॉरिडोर का लोकार्पण करने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ 10 गुना ज्यादा हो गई। पीएम मोदी जब भी बनारस या किसी धर्म स्थल पर जाते हैं तो बाबा विश्वनाथ की सुविधाओं और यहां आने वाले भक्तों की संख्या को जरूर बताते हैं।