काशी की मुस्लिम महिलाएं राम ज्योति लेकर अयोध्या निकलीं। भगवा दुपट्टा पहने और राम का भगवा झंडा लेकर श्रीराम नाम का जयघोष करते हुए राम लला की नगरी अयोध्या के लिए कूच कर गईं हैं। वाराणसी के सुभाष भवन से रामपंथ की यह रामज्योति यात्रा निकाली गई। अयोध्या पहुंचकर ये महिलाएं हर एक मुसलमानों के घरों में ये ज्योति जलाएंगी। उनको ये संदेश भी देंगी कि हिंदोस्तान में रह रहा हर एक मुसलमान भगवान राम का ही वंशज है। आपसी सौहार्द्र भी बनाने को कहेंगे। उनसे अखंड ज्योति जलाने का आह्वान भी करेंगी।
आज राम ज्योति का वितरण वाराणसी के सुभाष भवन और पातालपुरी मठ से किया गया। मठ के महंत बालक दास ने यात्रा दल की नेता नाजनीन अंसारी को रामध्वजा देकर और हरी झंडी दिखाकर अयोध्या के लिये विदा किया।
काशी से निकली राम ज्योति यात्रा आज अयोध्या जा रही है।
मिल रहीं आतंकी धमकियां
विशाल भारत संस्थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से मुस्लिम महिलाओं का दल राम ज्योति लेकर अयोध्या जा रहा है। फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि हम अपने पूर्वजों से अलग नहीं हो सकते। किसी भी धर्म के हों, लेकिन हमारे पूर्वज हिंदू ही थे। भगवान राम का मंदिर किसी के लिए बंद नहीं है। कट्टरपंथी अपना नफरत का एजेंडा चलाते रहें, लेकिन हम जैसी हिंदू बहने राम का नाम लेकर मोहब्बत फैलाती रहेंगी। आतंकी धमकियां मिलने के बावजूद हमारे कदम पीछे नहीं हटे। हम भगवान राम की यात्रा में निकल रहे हैं। राम ज्योति लेकर अयोध्या जा रहे हैं, जिसको रोकना हो रोक ले।
वाराणसी से मुस्लिम महिलाओं की टोली राम ज्योति यात्रा लेकर अयोध्या जा रही है।
17 साल से कर रहीं राम की पूजा
नाजनीन अंसारी ने कहा कि वह बीते 17 साल से राम भक्त हैं। 2014 में अयोध्या में उन्होंने सरयू में स्नान करके हनुमान गढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि का दर्शन किया था। तब उन्होंने रामलला को टेंट में देखकर काफी दुख व्यक्त किया। वहां से लौटने के बाद उन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण के समर्थन के लिए देशभर के मुसलमानों से बात की। 1 हजार से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं ने उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा भी दिया था।