देश का पहला सोलर पैनल बंगाल गंगा क्रूज पहुंचा वाराणसी:4 दिन में काशी से प्रयागराज के बीच करेगा सफर; गंगा की गोद में रात गुजार सकेंगे पर्यटक

KHABREN24 on October 23, 2024
देश का पहला सोलर पैनल बंगाल गंगा क्रूज पहुंचा वाराणसी:4 दिन में काशी से प्रयागराज के बीच करेगा सफर; गंगा की गोद में रात गुजार सकेंगे पर्यटक

वाराणसी में देश का पहला सोलर पैनल युक्त बंगाल गंगा क्रूज वाराणसी पहुंच गया है। यह क्रूज चार दिन में पर्यटकों को वाराणसी से प्रयागराज तक की यात्रा कराएगा। क्रूज के संचालक राज सिंह ने बताया कि पूर्व में बनारस से डिब्रूगढ़ के लिए हम लोग क्रूज का संचालन बनारस से कर चुके हैं।

उसी पैटर्न पर देशी पर्यटक जो जल मार्ग से बनारस और आसपास घूमना चाहते हैं। उनके लिए ये क्रूज वाराणसी के सामने घाट पर लगाया गया हैं। उन्होंने बताया कि ये पूरी तरह से 4 दिनों का ऑनबोर्ड ट्रैवल पैकेज है हमारी क्रूज बनारस के लोकल घाटों की सैर नही बल्कि जलमार्ग से बनारस व आसपास के जिलों और शहरों के बीच पर्यटन के नए आयाम को विस्तार देने की है।

बंगाल गंगा क्रूज की फोटो।

बंगाल गंगा क्रूज की फोटो।

20 कमरे, 40 पर्यटक, 4 दिन का पैकेज संचालक राज सिंह ने बताया-21 तारीख को हमारे दक्षिण भारत और देश के अन्य हिस्सों से करीब दो दर्जन गेस्ट बनारस के नमो घाट से इस बोट पर 4 दिनों के लिए बोर्ड करेंगे।

इस क्रूज में कुल 20 कमरे है, जिनमें 40 लोगो के रहने की व्यवस्था है। इन पर्यटकों को 4 दिन में बनारस के अलावा मिर्जापुर, गाजीपुर, प्रयागराज बलिया ले जाया जाएगा।

15 हजार प्रति व्यक्ति होगा किराया राज सिंह ने बताया-हमारे क्रूज पर एक व्यक्ति का किराया 15 हज़ार तक होगा। 4 दिनों के पैकेज में क्रूज पर ही सभी तरह की सुविधाएं मौजूद है। इन पर्यटकों को 4 दिनों में बनारस की गंगा आरती दिखाने के अलावा आसपास के जिलों में भ्रमण के लिए ले जाया जाएगा।

स्थानीय पर्यटक इस तरह के अनुभव के लिए बहुत डिमांड कर रहे थे जिसके वजह से इस क्रूज का संचालन बनारस और आसपास के क्षेत्र के लिए किया जा रहा है।

वाराणसी पहुंचा बंगाल गंगा क्रूज ।

वाराणसी पहुंचा बंगाल गंगा क्रूज ।

2009 में पहली बार आया था ये क्रूज राज सिंह ने बताया-15 साल पहले साल 2009 पहले बार बंगाल गंगा क्रूज कुछ यात्रियों को लेकर कलकत्ता से बनारस आया था। राजघाट पर इसको देखने के लिए भीड़ जुट गई थी। उन्होंने बताया कि उसे समय से ही या प्लानिंग चल रही थी कि एक क्रूज वाराणसी में भी चलाई जाए जो यहां के आसपास के धरोहर को दिखाया सके साथ ही बनारस आने वाले पर्यटक क्रूज में सफर कर सके।

पहले क्रूज के बारे में वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं

  • यात्रा की अवधि- 18 दिन। दूरी- 1000 किलोमीटर।
  • क्रूज का रूट- गंगा-भागीरथी-हुगली रिवर सिस्टम (नेशनल वॉटर वे 1), कोलकाता से वाराणसी,रास्ते में नदियां पड़ेंगी।
  • प्रमुख नदियां जो रास्ते में पड़ेंगी- गंगा, भागीरथी, हुगली,जलगी,सोन,घघरा,कोसी,यमुना, सरस्वती (10 मुख्य नदियां)
  • 5 प्रदेशों और बांग्लादेश से गुजरेगा क्रूज- UP, बिहार, झारखंड,बेस्ट बंगाल
  • क्रूज के रास्ते में मुख्य पड़ाव- कलकत्ता,करना, मुर्शिदाबाद,फरका, झारखंड,बिहार, उत्तर प्रदेश
  • क्रूज में सुविधाएं- 20 सुइट, रेस्टोरेंट, लाउंज।
  • मेन डेक पर इसके 40 सीटों वाले रेस्तरां में शुद्ध शाकाहारी भोजन के साथ बफे काउंटर हैं।
  • ऊपरी डेक की आउटडोर सिटिंग में स्टीमर चेयर्स और कॉफी टेबल है।
  • बाथरूम, कन्वर्टिबल बेड्स, फ्रेंच बालकनी, LED टीवी, अलार्म्स, लाइफ वेस्ट और स्प्रिंकलर्स भी हैं।
  • पूरे टूर का किराया- एक व्यक्ति के लिए 4500 रुपए है। जिसमें सुइट का किराया। जिसमें भोजन और 4 दिन की यात्रा जुड़ी हैं।
  • क्रूज की खासियत-55मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े बंगाल गंगा क्रूज में 25 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 20 हजार लीटर का वाटर टैंक है।
  • क्रूज की रफ्तार- अप स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा है। डाउन स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा है।
  • कोलकाता से क्रूज 1 अक्टूबर को काशी के लिए रवाना हुआ था जो 18 अक्टूबर को वाराणसी पहुंच गया।
Shree Shyam Fancy
Balaji Surgical
S. R. HOSPITAL
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