दीपावली पर सफर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अहम ट्रेनों में नो रूम, लंबी वेटिंग लिस्ट है। ट्रेनों में बुकिंग की मारामारी के बीच हवाई सफर और जेब हलकी करने वाला हो गया है। दिवाली के पहले और दिवाली की छुट्टी के बाद प्लेनों के टिकटों के स्लॉट महंगे में बुक हो रहे हैं।
हाल यह है कि प्रयागराज से दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू समेत अन्य शहरों की उड़ानों के टिकट चुनिंदा तारीखों पर पांच हजार तक महंगे बुक किए जा रहे हैं।
मजबूरन यात्रियों को त्योहार मनाने के लिए महंगे स्लॉट पर बुकिंग करानी पड़ रही है। विमानों के टिकटों की बुकिंग कराने वालों में महंगे टिकटों को लेकर खासा चर्चा है। दिवाली पर दिल्ली से प्रयागराज आने के लिए टिकट कराने वाले आकाश का कहना है कि ट्रेन में जगह न मिलने पर प्लेन की बुकिंग की तो 4200 रुपये ज्यादा पर बुकिंग हुई है।
करेली के मो. शारिक बताते हैं कि दिवाली के एक दिन पहले उन्हें दिल्ली जाना है, ट्रैवल एजेंट 4600 रुपये एक्स्ट्रा पर बुकिंग की बात कह रहे हैं।
बंगलुरू का किराया 20000 तक
दिल्ली से प्रयागराज का 27 अक्तूबर का किराया 13600 तक पहुंच गया। जबकि नार्मल दिनों में 8 से 9 हजार में हो जाता था। 28 अक्तूबर को टिकटों की बुकिंग 10945, 29 को 13000, 30 को 12000 और दिवाली के दिन 31 को 11000 पर होने लगी है। मुंबई से प्रयागराज का किराया इन्हीं तारीखों पर 12000 से 16000 तक पहंच रह है। बंगलूरू से प्रयागराज का किराया 14000 से 20000 तक जा रहा है।
ट्रेनों में नो रूम, लंबी वेटिंग लिस्ट
ट्रेनों से सफर की बात करें तो अहम रूट की ट्रेनों में दिवाली के आसपास नो रूम के हालात होने लगे हैं। दिल्ली से आने वाली कई ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। प्रयागराज एक्सप्रेस के स्लीपर श्रेणी में 26 से 30 अक्तूबर 150 से 170 वेटिंग जा रही है। ब्रह्मपुत्र मेल में प्रतीक्षा सूची 160 के ऊपर है।
नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में 150 से 170 के बीच पहुंच रही है। दिवाली के एक दिन पहले तो नो रूम यानि जगह ही नहीं है। वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रहा है। नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस में 30 अक्तूबर को 250 वेटिंग लिस्ट है। शिवगंगा, नेता जी एक्सप्रेस, नंदन कानन, पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट 150 से 200 के आसपास नजर आ रही है।