भिलाई के हुडको क्षेत्र में शनिवार तड़के बड़ी चोरी की वारदात हुई है। यहां दो चोर एक सूने मकान में घुसे। उन्होंने ऊपर रहे रहे किरायदारों का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद नीचे के मकान में घुसकर लाखों की चोरी की और फरार हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भिलाई नगर के वार्ड 70 में ये घटना घटी है। यहां के पार्षद सीजू एंथोनी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में चोरों का चेहरा रिकार्ड हुआ है। उसके मुताबिक चोर देरा रात 2 से तीन बजे घर में घुसे। सुबह 4 बजे जब वो घर के अंदर से बाहर निकले तो फूल तोड़ने उठी एक महिला ने उन्हें देखा। महिला के चीखने पर दोनों आरोपी वहां से भाग खड़े हुए।

सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हुई चोरों की तस्वीर
चोर मकान के मेन डोर का सेंट्रल लॉक तोड़कर अंदर घुसे। उसके बाद उन्होंने एक एक करके सभी कमरों के तालों को तोड़ा। अंदर रखी आलमारी को तोड़ा। इसके बाद वहां रखे लाखों रुपए नगदी और कीमती सामान चोरी कर ले गए हैं। घर के अंदर से क्या-क्या और कितनी कीमत का चोरी हुआ है ये मकान मालिक के हैदराबाद से लौटने पर पता चलेगा।
मामले की सूचना मिलते ही भिलाई नगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की पकड़क के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

वह मकान जहां हुई चोरी की वारदात
मकान मालिक 10 दिन से हैं बाहर
हुडको के 1/200 मकान में चोरी की वारदात हुई है। यह मकान प्रसाद राव का है। प्रसाद राव अपने परिवार के साथ घर में ताला लगाकर 10 दिन पहले हैदराबाद गए थे। चोरी की सूचना मिलते ही वो वहां से निकल रहे हैं। सोमवार तक वो भिलाई पहुंच जाएंगे।

मकान के अंदर से जब्त किया गया टूटे हुए ताले और औजार
मकान के अंदर पी बीड़ी
चोर इतने निडर थे कि उन्होंने मकान के अंदर घुसकर पहले इतमिनान से बीड़ी पी। इसके बाद चोरी की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस को मकान के अंदर जली हुई बीड़ी और कई जगह पर फिंगर प्रिंट्स के निशान सहित वो औजार भी मिला है, जिससे उन्होंने तालों को तोड़ा है।
ऊपर रहते हैं किरायदार
जिस मकान में चोरी हुई है उसमें नीचे के फ्लोर में मकान मालिक प्रसाद राव अपने परिवार के साथ रहते हैं। ऊपर के मंजिल को उन्होंने किराय से दिया है। किरायदारों के आने जाने के लिए मकान के बगल से सीढ़ी दी गई है, जिसमें अलग से दरवाजा लगा है। चोरों ने चोरी के दौरान सीढ़ी वाले उस दरवाजे को लाक कर दिया था, जिससे यदि कोई हलचल हो तो किरायदार सीधे नीचे ना आने पाएं।