भिलाई
कटनी रेलखंड के खोंगसरा और भिनवारटंक स्टेशन के बीच सुबह 11.11 बजे मालगाड़ी के पहिए उतर गए। इससे ट्रेन यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गई। इसके कारण दुर्ग-अंबिकापुर-दुर्ग ट्रेन को रद्द कर दिया गया। वहीं दुर्ग-पटना सारनाथ एक्सप्रेस, दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस, दुर्ग-उधमपुर एक्स. को बदले हुए मार्ग दुर्ग-गोंदिया-जबलपुर मार्ग से तथा पुरी-योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस को बदले हुए मार्ग बिलासपुर- रायपुर- दुर्ग- गोंदिया-जबलपुर और कटनी मुरवारा से चलाई गई। इसके अलावा दुर्ग-जम्मू तवी एक्सप्रेस गोंदिया, नागपुर, इटारसी मार्ग से चलेगी।
इसकी वजह से इन ट्रेनों में दुर्ग और पावर हाउस समेत अन्य स्थानों से जाने वाले और वहां से दुर्ग, पावर हाउस और रायपुर आने वाले करीब 3 हजार से अधिक यात्रियों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी। वहीं जिन लोगों को अपने गंतव्य तक हर हाल में जाना था, उन्हें काफी परेशानी हुई। बिलासपुर, भाटापारा, रायपुर, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ से इन ट्रेनों के यात्रियों को कनेक्टिंग ट्रेन से दुर्ग लाया। यहां से उन्हें रवाना किया।
सारनाथ एक्सप्रेस, अमरकंटक एक्सप्रेस और उधमपुर एक्सप्रेस में पावर हाउस, रायपुर, भाटापारा, बिलासपुर, उसलापुर समेत आसपास के स्थानों के यात्रियों को कनेक्टिंग ट्रेनों से दुर्ग भेजा गया। यात्रियों को छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, बिहार से सिकंदराबाद जाने वाली ट्रेनों से दुर्ग लाया गया। आजाद हिंद एक्सप्रेस और टाटा-इतवारी पैसेंजर से भी यात्रियों को दुर्ग तक पहुंचाया गया। इस कारण इन ट्रेनों के दुर्ग आने का इंतजार किया गया। दुर्ग-उधमसपुर एक्सप्रेस 12.50 के स्थान पर शाम को 6.25 बजे, दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस 6.25 के स्थान पर 7.05 बजे छूटी। सारनाथ भी देरी से छूटी।
यात्रियों को बल्क मैसेज भेजा, उनकी सुविधा के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया ^बुजुर्ग, बीमार और महिला यात्रियों की सहायता के लिए दुर्ग स्टेशन में सहायक की व्यवस्था की गई। ट्रेनों के बदले हुए मार्ग पर चलने और रद्द होने की जानकारी बल्क मैसेज कर दी गई। यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया। हेल्प लाइन नंबर 9109112666 और 1072 जारी किया गया। यात्रियों से कहा गया है कि ट्रेनों के मूवमेंट की सही जानकारी के लिए रेलवे क्रिस से संचालित एप नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) का अवलोकन करते रहें। अवधेश कुमार त्रिवेदी, सीनियर डीसीएम रायपुर रेल मंडल
ट्रेनों के प्रभावित होने की जानकारी मिलते ही यात्रियों को उनके मोबाइल पर संदेश भेजा गया। फिर से पूछताछ काउंटर में लोगों की भीड़ लगने लगी। जनरल रिजर्वेशन काउंटर में भी टिकट रद्द कराने वालों की कतार लगने लगी। हालांकि उनकी सुविधा के लिए मुख्य टिकट निरीक्षक के दफ्तर के सामने हेल्प डेस्क बनाया गया। वहां टिकट निरीक्षक अपनी सेवाएं देते रहे। उनसे कनेक्टिंग ट्रेनों की जानकारी भी लेते रहे। इनमें उन यात्रियों की संख्या अधिक थी, जिन्हें डोंगरगढ़, राजनांदगांव और दुर्ग से बिलासपुर से आगे रायगढ़ मार्ग और कटनी मार्ग की ओर से आगे यात्रा करना थी।