प्रयागराज,
महाकुंभ में विश्व हिंदू परिषद कई बड़े मुद्दों को लेकर अलग अलग कई बड़े सम्मेलन करने की तैयारी में है। इसे लेकर पूरी कार्ययोजना भी बना ली गई। महाकुंभ में कब और किस मुद्दे को लेकर सम्मेलन होना है इसकी तारीखें भी तय कर ली गई हैं। इसी संबंध में मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री (संगठन) मिलिंद परांडे ने पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने बताया कि शिविर में 13 जनवरी से 28 फरवरी तक संगठन की गतिविधियां संचालित होंगी। इसमें पूरे देश के 150 संप्रदायों के धर्मगुरु व संत शामिल होंगे। केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, मतांतरण, हिंदू जन्म दर, घटती हिंदू जन्म दर पर चर्चा और मार्गदर्शन प्राप्त होगा। शिविर में युवा संत सम्मेलन, साध्वी संत सम्मेलन का आयोजन होगा।
प्रेस वार्ता में संगठन मंत्री गजेन्द्र और काशी प्रांत अध्यक्ष कविन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे ।
विहिप के शिविर में आएंगे देश भर के संत
केंद्रीय महामंत्री ने बताया कि इसके साथ ही भारत के दक्षिण हिस्से से बड़ी मात्रा में इस वर्ष संत आचार्य गंगा स्नान के लिए पधारेंगे। साथ में उत्तर पूर्व प्रांत से बड़ी संख्या में संतों का आगमन होगा। देश-विदेश के बौद्ध मत के बड़े आचार्य एवं विश्व हिंदू परिषद की सेवा में लगे लोगों का आगमन होगा । जनजातीय विस्तार वनांचल समाज का आगमन भी बड़ी संख्या में होगा।
विहिप के माध्यम से गौ रक्षा एवं गौ संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं, कार्यकर्ताओं का बड़ा सम्मेलन आयोजित होगा। हम पहले हिंदू हैं, भाव रखने वाले सभी जातियों के बीच कार्य करने वाले हजारों कार्यकर्ता, संस्थाओं का सम्मेलन शिविर में आयोजित होगा ।
माता-भगिनी सम्मेलन व अखिल भारतीय बैठक अहम
उन्होंने बताया कि कुटुंब प्रबोधन, लव जिहाद, हिंदू संस्कारों का क्षरण, महिला सम्मान स्त्री शक्ति, ऐसे विचारों को लेकर एक विशाल माता-भगिनी सम्मेलन आयोजित होगा। पांच दिवसीय अखिल भारतीय बैठक जिसमें देश के सभी प्रांतों के साथ 350 विभागों के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
देश भर में हिंदू समाज का मतांतरण रोकने के लिए तथा जो अन्य मजहब के लोगों को हिंदू धर्म में लौटाना चाहते हैं, इनके स्वागत के कार्य में जुटे हजारों कार्यकर्ताओं का सम्मेलन, वेद तथा संस्कृत प्रचार के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं, कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित होगा। शिविर में दिन प्रतिदिन कुंभ स्नान, गंगा स्नान करने वाले सामान्य भक्त गणों एवं धर्माचार्यों की सेवा प्रसाद का आयोजन शिविर के माध्यम से निरंतर किया जाएगा।
यह है विहिप की कार्ययोजना
• 16, 17, 18 जनवरी 2025 – अखिल भारतीय मातृशक्ति / दुर्ग वाहिनी अभ्यास वर्ग
• 19 जनवरी 2025 – मेरठ, लखनऊ क्षेत्र मातृशक्ति सम्मेलन
• 24 जनवरी 2025 – केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल बैठक
• 25 जनवरी 2025
o साथी सम्मेलन: प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक
o शिविर में निवासी संतों का सम्मेलन: प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक
• 26 जनवरी 2025 – शिविर में निवासी संतों का सम्मेलन: प्रातः 10:00 बजे से
• 25, 26 जनवरी 2025 – संत सम्मेलन (25 जनवरी अपराह्न 2:30 बजे से 26 जनवरी सायं 6 बजे तक)
• 27 जनवरी 2025 – युवा संत सम्मेलन: प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक
• 31 जनवरी – 5 फरवरी 2025 – वेद विद्यालय / संस्कृत आयाम संगोष्ठी व सम्मेलन
• 6 फरवरी 2025 – प्रांत मंत्री, संगठन मंत्री, क्षेत्र मंत्री, क्षेत्र संगठन मंत्री, केंद्रीय सह मंत्री, कोषाध्यक्ष एवं केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक
• 7, 8, 9 फरवरी 2025 – केंद्रीय प्रन्यासी मण्डल बैठक
• 8, 9 फरवरी 2025 – उच्चस्तरीय बैठक में प्रांत अध्यक्ष, सह मंत्री, कोषाध्यक्ष, विभाग मंत्री एवं संगठन मंत्री उपस्थित रहेंगे
• 10, 11 फरवरी 2025 – विभाग मंत्री / संगठन मंत्री अभ्यास वर्ग (प्रांत एवं क्षेत्र)
• 10, 11, 12 फरवरी 2025 – बजरंग दल अखिल भारतीय बैठक
• 12 फरवरी 2025 – विभाग संगठन मंत्री अभ्यास वर्ग
• 15, 16 फरवरी 2025 – अखिल भारतीय बैठक सामाजिक समरसता
• 17 फरवरी 2025 – धर्म प्रचार संत बैठक
• 19 फरवरी 2025 – गौ रक्षा अखिल भारतीय बैठक
• 20 फरवरी 2025 – गौ रक्षा सम्मेलन
• 23, 24, 25 फरवरी 2025 – वनवासी कल्याण आश्रम सम्मेलन
इसके साथ ही महाकुंभ मेले में प्रतिदिन सीता रसोई भंडारा का आयोजन भी होगा ।