महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ लोगों को आना है। स्नान पर्वों पर ही करोड़ों लाेग महाकुंभ क्षेत्र और शहर में होंगे। ऐसे में यूपी पुलिस ने महाकुंभ ट्रैफिक प्लान को लेकर काफी माथापच्ची की है। करोड़ों श्रद्धालु किन रास्तों से आएंगे, गाड़ियां कहां पार्क होंगी। उन्हें शहर में किन रास्तों से प्रवेश मिलेगा। चारों दिशाओं से आने वाली गाड़ियों का रूट क्या होगा।
शहर के साथ कुंभ क्षेत्र में कौन से पीपा पुल से कहां जाना होगा। एंट्री और एग्जिट प्वाइंट क्या होंगे। यह पूरा ट्रैफिक प्लान तैयार है। सबसे अहम यह कि स्नान पर्व के एक दिन पहले से एक दिन बाद तक प्रयागराज शहर (प्रयागराज कमिश्नरेट एवं मेला क्षेत्र दोनो) को ‘नो-व्हीकल जोन’ घोषित किया जाएगा।
श्रद्धालुओं एवं पर्यटको को न्यूनतम दूरी तक चलने के साथ ही किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। महाकुम्भ-2025 सुगम यातायात योजना श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई है। अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन भानु भास्कर की अध्यक्षता में 24 सदस्यीय परामर्शदात्री समिति गठित की गई थी।
जिसकी 6 बैठके हुई है एवं प्रयागराज के हितधारको के साथ 2 बैठके आयोजित की गई है। इसके बाद यातायात योजना बनाई गई है।
सामान्य दिनों में अलग और स्नान पर्व पर अलग प्लान लागू होगा। परेड, झूसी एवं अरैल जोन के लिए अलग-अलग यातायात योजना है। तीर्थ यात्रियों को संगम क्षेत्र के निकटतम पहुँचाने का प्रयास किया गया है ताकि उन्हे कम से कम पैदल चलना पड़े।
वाहनों की तुलना में पैदल तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी गयी है और इनके लिए मेला क्षेत्र में जाने के लिए अपेक्षाकृत कम दूरी का मार्ग निर्धारित किया गया है।
मुख्य पर्वों के लिए आपातकालीन योजना (डायवर्जन स्कीम) भी तैयार किया गया है, जिसे विशेष परिस्थितियों में लागू किया जाएगा।
मुख्य स्नान के दिनों में (D-1 से D+1 तक) पूर्व से 1 दिन पूर्व एवं पर्व के 1 दिन बाद प्रयागराज शहर (प्रयागराज कमिश्नरेट एवं मेला क्षेत्र दोनो) को ‘नो-व्हेकिल जोन’ घोषित किया जाएगा।
कमिश्नरेट प्रयागराज के सीमावर्ती जनपद कौशाम्बी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, रायबरेली, रींवा, सतना में भी डायवर्जन प्लान और यातायात को नियंत्रित करने की योजना लागू की जा रही हैं।
श्रद्वालुओं को सामान्य दिनों में शटल बस, सी०एन०जी० आटो एवं ई-रिक्शा की सुविधा प्रदान करने की योजना बनी है। श्रद्वालुओं की सुविधा एवं मार्गदर्शन हेतु 1700 से अधिक साईनेजेज की व्यवस्था की गई है।
प्रयागराज जनपद में 230 स्थानों पर वैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं सहज रूप से सुलभ हो सकें।