प्रयागराज : महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद चौथे दिन CM योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे। अफसरों के साथ घटनास्थल पर गए। मेला अधिकारी विजय किरण आनंद से पूछा- हादसा कैसे हुआ। विजय ने योगी को बताया कि भीड़ किधर से आई, भगदड़ कैसे मची। इसके बाद रेस्क्यू कब और कैसे शुरू किया।
योगी 10 मिनट तक भगदड़ वाली जगह पर रुके। फिर साधु-संतों से मिलने पहुंचे। बसंत पंचमी पर होने वाले तीसरे अमृत स्नान की समीक्षा भी की। इससे पहले, प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले मार्गों का हेलिकॉप्टर से सर्वे किया।
भगदड़ वाली जगह से योगी की 3 तस्वीरें…
संगम घाट के पास भगदड़ वाली जगह पर अफसरों से घटना की जानकारी लेते सीएम।
बसंत पंचमी पर अमृत स्नान की तैयारियों को देखने संगम नोज पर पहुंचे सीएम।
भगदड़ को लेकर महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद से सवाल करते योगी।
योगी के दौरे की 3 बड़ी बातें
1. अधिकारियों को हिदायत- व्यवस्था को और सख्त करें
CM योगी ने अधिकारियों से भगदड़ को लेकर सवाल भी पूछे और आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया और व्यवस्थाओं को और सख्त करने को कहा। मुख्यमंत्री के घटनास्थल पर पहुंचते ही घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव और जय श्री राम के जयकारे लगाए।
2. संतों का अभिनंदन किया, कहा- आप लोगों ने धैर्य दिखाया
योगी सतुआ बाबा के आश्रम में पहुंचे। कहा- मौनी अमावस्या के अवसर पर कुछ पुण्य आत्माएं हादसे का शिकार हो गईं। मैं अभिनंदन करूंगा, उन संतों का जिन्होंने पूरे धैर्य के साथ एक अभिभावक के रूप में खड़े होकर उस चुनौती का सामना किया, उससे उबारा।
आपने देखा होगा कि जो सनातन धर्म के विरोधी हैं, वे प्रयास कर रहे थे कि संतों का धैर्य जवाब दे जाए। वे लोग जग-हंसाई का काम करें, लेकिन मैं सभी 13 अखाड़ों के संतों और अन्य महात्माओं का अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने परिस्थितियों का सामना किया। महाकुंभ के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
विपक्ष पर प्रहार किया, कहा- कुछ लोग षड्यंत्र कर रहे
सीएम ने कहा- अब तक 32 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ की त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके हैं। जो यहां से जा रहा है, वह यहां की व्यवस्था का गुणगान कर रहा है। हम लोगों को ये भी देखना होगा, कुछ लोग लगातार गुमराह कर सनातन धर्म के प्रति षड्यंत्र करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ये आज नहीं, रामजन्मभूमि के समय से हो रहा है।
ऐसे लोगों का उस समय भी जगजाहिर था। आज भी वैसा ही है। हमें इन पर ध्यान नहीं देना। संतों के सानिध्य में काम करना है। जब तक संतों का सम्मान है, सनातन धर्म का कोई बाल बांका नहीं कर सकता।
सीएम योगी की संतों के साथ 3 तस्वीरें देखिए…
तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य से आशीर्वाद लेते मुख्यमंत्री।
दो संतों का पट्टाभिषेक हुआ। सतुआ बाबा को फलों की टोकरी देते सीएम।
सतुआ बाबा के जगद्गुरु बनाए जाने के कार्यक्रम में योगी शामिल हुए।
सतुआ बाबा के पट्टाभिषेक में पहुंचे सीएम योगी सतुआ बाबा के पट्टाभिषेक में पहुंचे। सतुआ बाबा आज जगद्गुरु बनाए गए। योगी ने कहा- आज बहुत आनंदित करने वाला दिन है। दो संतों को जगद्गुरु के रूप में प्रतिष्टित करने का कार्यक्रम संपन्न हुआ। जगद्गुरु स्वामी कमलाचार्य महाराज के रूप में डॉ. वेदांती जी महाराज जाने जाएंगे।
संतोष दास जी महाराज सतुआ बाबा आज से जगद्गुरु स्वामी संतोषाचार्य के रूप में जाने जाएंगे। इन दोनों का तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने पट्टाभिषेक किया। योगी ने रामभद्राचार्य से भी आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज से भी मुलाकात की।