महाकुंभ लौटीं ममता कुलकर्णी ने भस्म लगाकर किया श्रृंगार:बोलीं- धीरेंद्र शास्त्री की जितनी उम्र, उससे ज्यादा मेरी तपस्या; बाबा रामदेव महाकाल से डरें

KHABREN24 on February 2, 2025
महाकुंभ लौटीं ममता कुलकर्णी ने भस्म लगाकर किया श्रृंगार:बोलीं- धीरेंद्र शास्त्री की जितनी उम्र, उससे ज्यादा मेरी तपस्या; बाबा रामदेव महाकाल से डरें

ममता कुलकर्णी महाकुंभ लौट आई हैं। 24 जनवरी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद वह मुंबई लौट गई थीं। उनकी नई तस्वीर सामने आई। उन्होंने अपने चेहरे पर भस्म लगाकर श्रृंगार किया। पूरा चेहरा सफेद दिख रहा था। किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें आशीर्वाद दिया।

24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दी थी। पंडित धीरेंद्र शास्त्री और योग गुरु बाबा रामदेव समेत कई संतों ने इसका विरोध किया। खुद को किन्नर अखाड़ा का संस्थापक होने का दावा करने वाले ऋषि अजय दास ने कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है।

ममता कुलकर्णी ने रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, धीरेंद्र शास्त्री की जितनी उम्र है, उससे ज्यादा मैंने तपस्या की है। बाबा रामदेव को महाकाल से डरना चाहिए।

भस्म शृंगार की दो फोटो…

लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को आशीर्वाद दिया।

लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को आशीर्वाद दिया।

अखाड़े की अन्य साध्वी ने भी ममता कुलकर्णी को आशीर्वाद दिया।

अखाड़े की अन्य साध्वी ने भी ममता कुलकर्णी को आशीर्वाद दिया।

जिस देवता को बागेश्वर बाबा ने सिद्ध किया, उनसे मेरा आमना-सामना

दरअसल, ममता को जब महामंडलेश्वर बनाया गया तो पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था- किसी भी तरह के बाहरी प्रभाव में आकर किसी को भी संत या महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है? पदवी उसी को दी जानी चाहिए, जिसके अंदर संत या साध्वी के भाव हों। एक निजी चैनल के शो में ममता कुलकर्णी ने कहा- धीरेंद्र शास्त्री की आयु 25 साल है। उतनी मैंने तपस्या की है। जिनको उन्होंने सिद्ध करके रखा है वो हनुमान जी हैं। इस 25 साल की तपस्या में 2 बार प्रत्यक्ष स्वरूप में उनके साथ मेरा रहना हुआ है। मैं धीरेंद्र शास्त्री से कहना चाहती हूं कि उनके गुरु रामभद्राचार्य के पास दिव्य दृष्टि है, उनको पूछिए कि मैं कौन हूं और चुपचाप बैठ जाएं।

बाबा रामदेव हाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए ममता कुलकर्णी ने बाबा रामदेव के विरोध को लेकर किए गए सवाल पर कहा, अब मैं क्या बोलूं बाबा रामदेव को। उनको महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए। मैं उनको उनके ऊपर छोड़ती हूं।

बाबा रामदेव ने कहा था कि कोई एक दिन में संतत्व को उपलब्ध नहीं हो सकता। उसके लिए सालों की साधना लगती है। आजकल तो मैं देख रहा हूं कि किसी की भी मुंडी पकड़कर महामंडलेश्वर बना दिया। ऐसा नहीं होता है।

मेरे सभी खाते सीज, 2 लाख उधार लेकर गुरु को भेंट दी महामंडलेश्वर बनने पर ममता कुलकर्णी ने कहा- मैं महामंडलेश्वर नहीं बनना चाहती थी। लेकिन किन्नर अखाड़े की आचार्य रहीं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें इसके लिए मजबूर किया।

ममता कुलकर्णी पर ये भी आरोप लगा कि महामंडलेश्वर बनने के लिए उन्होंने पैसे दिए। इस आरोप पर उन्होंने कहा कि मेरे पास तो कोई पैसा नहीं है। मेरे सभी खाते सीज हैं और 2 लाख रुपए उधार देकर गुरु भेंट दी है।

अब पढ़िए लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाए जाने का विवाद किन्नर अखाड़ा के संस्थापक बताने वाले ऋषि अजय दास ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा- मैंने लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया। ममता को महामंडलेश्वर बनाने में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, जिस पर (ममता पर) देशद्रोह का आरोप हो। उसे महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है?

अजय दास ने कहा- लक्ष्मीनारायण ने देशहित को छोड़कर ममता को महामंडलेश्वर बना दिया।

दास ने ये भी कहा कि ये कोई बिग बॉस का शो नहीं है, जिसको कुंभ के दौरान एक महीने चला दिया जाए। लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को मैंने किन्नर समाज के उत्थान और धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए आचार्य महामंडलेश्वर बनाया था, लेकिन वह भटक गईं। ऐसे में मुझे एक्शन लेना पड़ा।

महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने अजय दास के दावे को खारिज किया है। उन्होंने कहा- वे कौन होते हैं, मुझे अखाड़े से निकालने वाले। 2017 में अजय दास को किन्नर अखाड़े से निकाल दिया गया है। वो निजी स्वार्थ के लिए ऐसा कह रहे हैं।

इधर, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि हम लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ हैं। अजय दास हैं कौन? हम इन्हें नहीं जानते।

ये तस्वीर उस वक्त की है, जब ममता को महामंडलेश्वर बनाया गया था।

ममता का किन्नर अखाड़े में हुआ था पट्‌टाभिषेक 24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दी गई थी। संगम में स्नान के बाद उनका पिंडदान कराया गया था। इसके बाद सेक्टर-16 में स्थित किन्नर अखाड़े में भव्य रूप से पट्‌टाभिषेक का कार्यक्रम हुआ था उनका नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि रखा गया था। करीब 7 दिनों तक वह महाकुंभ में ही रहीं।

Shree Shyam Fancy
Balaji Surgical
S. R. HOSPITAL
5 2 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x