Raipur अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें भारत के कुछ स्टेट ऐसे हैं जहां यात्रा न करने की सलाह दी गई है। वहीं नक्सल हिंसा के चलते कुछ राज्यों में यात्रा में सावधानी बरतने की भी एडवाइजरी है। इस कैटेगरी में छत्तीसगढ़ का भी नाम है।
ये एडवाइजरी अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जारी की है। वहां के नागरिकों को बताया गया है कि भारत के कुछ राज्यों में हालात ठीक नहीं हैं, ऐसे में वहां यात्रा करते समय मंत्रालय को इसकी पूरी जानकारी देकर ही यात्रा करें। इस एडवाइजरी को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल चल रहा है।
पूर्व CM भूपेश बघेल ने लिखा कि ये है अमृत काल? प्रधानमंत्री जी की अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से दोस्ती का ऐसा सिला?। साथ ही उन्होंने कहा कि बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था बहुत खराब है। जब से बीजेपी सरकार बनी है, तब से महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। अमेरिका की एडवाइजरी हमारे लिए शर्मनाक है।
इसके साथ ही कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी एडवाइजरी में छत्तीसगढ़ का उल्लेख किया गया है। छत्तीसगढ़ में रायपुर के अलावा कहीं भी कोई जगह सेफ नहीं है बताया गया है। देश के साथ साथ प्रदेश का भी विश्व में डंका बज रहा है। घोर निंदनीय।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है, अफसोस की बात है- सिंहदेव
अमेरिका की एडवाइजरी पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, अफसोस की बात है। जिस देश में देवी-देवताओं की परंपरा है, जहां देवी-देवताओं का स्थान सबसे आगे है, वहां महिलाएं असुरक्षित हैं, विदेश की भी महिलाएं असुरक्षित हैं। अमेरिका से आने वाली ऐसी एडवाइजरी हमारे देश की छवि को प्रभावित करती है।
भाजपा कांग्रेस आमने-सामने, किसने क्या कहा-
पूर्व कांग्रेस विधायक विकास ने इसे छत्तीसगढ़ के लिए खराब स्थिति बताया, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित ने इसे कांग्रेस का कुंठित प्रयास बताया।
कांग्रेस नेताओं के बयान पर बीजेपी का जवाब
एडवाइजरी जो भारत के लिए अमेरिका ने जारी की है।
क्या लिखा है अमेरिकी एडवाइजरी में
माओवादी चरमपंथी समूह, या “नक्सली”, भारत के एक बड़े क्षेत्र में सक्रिय हैं जो पूर्वी महाराष्ट्र और उत्तरी तेलंगाना से लेकर पश्चिमी पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। छत्तीसगढ़ और झारखंड के ग्रामीण इलाकों में भारत सरकार के अधिकारियों पर हमले छिटपुट रूप से होते रहते हैं।
नक्सलियों ने स्थानीय पुलिस, अर्धसैनिक बलों और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं। खतरे की बदलती प्रकृति के कारण, भारत में काम करने वाले अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को इन राज्यों के अधिकांश क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले अनुमति लेनी होगी।
इनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मेघालय, ओडिशा हैं। अगर कर्मचारी केवल इन राज्यों की राजधानी की यात्रा कर रहे हैं तो अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
पूर्व CM भूपेश बघेल की पोस्ट।
पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की पोस्ट।
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने सरकार को घेरा।
भारत अमेरिका से बेहतर स्थिति में कई देशों में हिंसा बढ़ रही है। हाल ही में सामने आई ‘ग्लोबल पीस इंडेक्स’ की साल 2025 की रिपोर्ट में पता चला है कि अमेरिका से इस मामले में भारत बेहतर स्थिति में है। इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी) द्वारा जारी वैश्विक शांति सूचकांक (जीपीआई) 2025 में इसका जिक्र है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत 115वें नंबर पर है जबकि अमेरिका 128वें पर।
दुनिया के शांत माहौल वाले देशों में भारत अमेरिका से ऊपर है।