90 साल के हुए दलाई लामा, ‘पुनर्जन्म’ के 3 संकेत:भारत से और महिला भी हो सकती है उनकी उत्तराधिकारी; चीन क्यों अड़ंगा लगा रहा

KHABREN24 on July 7, 2025
90 साल के हुए दलाई लामा, ‘पुनर्जन्म’ के 3 संकेत:भारत से और महिला भी हो सकती है उनकी उत्तराधिकारी; चीन क्यों अड़ंगा लगा रहा

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा आज 90 साल के हो गए। अपने जन्मदिन से 4 रोज पहले, दलाई लामा ने घोषणा की थी कि उनके उत्तराधिकारी का चुनाव तिब्बती परंपरा से होगा और सिर्फ दलाई लामा का गादेन फोडरंग ट्रस्ट यह चुनाव कर सकेगा। वहीं चीन का कहना है कि उसकी सरकार की मंजूरी के बिना अगले दलाई लामा का चुनाव नहीं हो सकता।

सवाल-1: कौन होते हैं दलाई लामा?

जवाब: दलाई लामा तिब्बत के बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक पद है। वर्तमान दलाई लामा तेन्जिन ग्यास्तो इस पद को पाने वाले 14वें बौद्ध धर्मगुरु है। माना जाता है कि दलाई लामा की मृत्यु के बाद उनकी आत्मा पुनर्जन्म लेकर आती है और ऐसे ही यह परंपरा जारी रहती है।

1557 में मंगोल के शासक अलतान खान ने दलाई लामा की परंपरा शुरू की थी। उस समय बौद्ध धर्म के सर्वोच्च धर्म गुरु सोनम ग्यात्सो को तीसरा दलाई लामा बनाया गया। पहले दो दलाई लामा- गेदुन द्रुपा और गेदुन ग्यात्सो को मरणोपरांत दलाई लामा की उपाधि दी गई थी।

सवाल-2: दलाई लामा को कैसे चुना जाता है?

जवाब: दलाई लामा की मृत्यु के बाद जब शोक का समय खत्म हो जाता है, तब नए दलाई लामा की खोज शुरू होती है…

  • दलाई लामा मृत्यु से पहले अपने उत्तराधिकारी की कुछ निशानियां बता जाते हैं और कुछ निशानियों की पहचान बौद्ध भिक्षु करते हैं।
  • मृत्यु के समय दलाई लामा के शव की दिशा, मृत्यु के बाद भिक्षुओं को आए सपनों से नए दलाई लामा को खोजने की दिशा तय की जाती है। इसमें ज्योतिष भी मदद करते हैं।
  • दलाई लामा की पहचान करने वाला दल पहले उनकी मृत्यु के समय या उसके आस-पास पैदा हुए बच्चों की खोज करते हैं। इनमें से विशेष लक्षण वाले बच्चों की पहचान की जाती है।
  • अगर किसी बच्चे में दलाई लामा होने के गुण दिखाई देते हैं, तो उसकी परीक्षा ली जाती है। उससे दलाई लामा के बारे में सवाल किए जाते हैं, उनका सामान दिखाया जाता है।
  • जब बच्चा इस परीक्षा में पास हो जाता है, तो उसे दलाई लामा का पुनर्जन्म मान लिया जाता है। इसके बाद बच्चे को बौद्ध धर्म और परंपराओं की शिक्षा दी जाती है।

सवाल-3: अगले दलाई लामा की क्या भविष्यवाणी है?

जवाब: वर्तमान दलाई लामा की 2 जुलाई को की गई घोषणा के मुताबिक उत्तराधिकारी की परंपरा जारी रहेगी और अगले दलाई लामा का चुनाव तिब्बती परंपरा के मुताबिक ही होगा। यानी दलाई लामा ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उनका ‘पुनर्जन्म’ होगा। अगले दलाई लामा की पहचान करने की जिम्मेदारी गादेन फोडरंग ट्रस्ट को दी गई है। यह ट्रस्ट ही भारत में दलाई लामा के सभी काम-काज संभालता है।

वर्तमान दलाई लामा अपने उत्तराधिकारी के लिए तीन मुख्य भविष्यवाणियां कर चुके हैं…

  • उत्तराधिकारी आजाद देश में पैदा होगा। इससे यह अंदाजा लगाया जाता है कि अगले दलाई लामा तिब्बत या चीन में पैदा न होकर भारत में पैदा हो सकते हैं। ऐसे में भारत में रह रहे करीब 1 लाख 40 हजार तिब्बतियों में से अगले दलाई लामा की खोज होगी।
  • अगला दलाई लामा कोई बच्चा नहीं, बल्कि वयस्क हो सकता है।
  • जरूरी नहीं कि अगला दलाई लामा पुरुष ही हो। यानी पहली बार किसी स्त्री के दलाई लामा बनने के रास्ते भी खुले हैं।

सवाल-4: वर्तमान दलाई लामा को कैसे चुना गया था?

जवाब: वर्तमान दलाई लामा का जन्म 1935 में चीन के उत्तर पश्चिम में ताक्तेसर गांव में हुआ था। सिर्फ दो साल की उम्र में उनकी पहचान हो गई थी। 13वें दलाई लामा की छोड़ी निशानियों की मदद से बौद्ध साधुओं का दल इस गांव तक पहुंचा था।

यह दल अपने साथ 13वें दलाई लामा का कुछ सामान जैसे चश्मा, घंटी, छड़ी लेकर आए। उन्होंने दलाई लामा का सामान और कुछ और सामान बच्चे के सामने रखा। इनमें से बच्चे ने 13वें दलाई लामा से जुड़ी चीजें उठाकर कहा ‘ये मेरा है।’ आखिर में उन साधुओं ने बच्चे के सामने कुछ छड़ी रखी। बच्चे ने दलाई लामा की छड़ी उठाकर उसे अपने सीने से लगा लिया।

वर्तमान दलाई लामा के बचपन की तस्वीर।

वर्तमान दलाई लामा के बचपन की तस्वीर।

इसके बाद उन साधुओं को यकीन हो गया कि यह बच्चा दलाई लामा का पुनर्जन्म है। 6 साल की उम्र में उनकी पढ़ाई शुरू हुई और 1950 में चीन की तिब्बत में घुसपैठ के बाद उन्होंने दलाई लामा की पूरी शक्तियों के साथ पद संभाला।

Shree Shyam Fancy
Balaji Surgical
S. R. HOSPITAL
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