पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने कहा कि भारत, अगला इजराइल बनने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने मोदी सरकार पर हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने का आरोप लगाया।
एशिया कप में हुए हैंडशेक विवाद पर मंगलवार को एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर अफरीदी ने कहा कि जब तक भाजपा सत्ता में रहेगी, तब तक यही राजनीति चलती रहेगी।
उन्होंने कहा- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सोच सकारात्मक है और वह बातचीत के जरिए सभी देशों, खासकर पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं।
दोनों देशों के खिलाड़ियों के हाथ नहीं मिलाने से विवाद छिड़ा
भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को मैच हुआ था। भारत सरकार ने 21 अगस्त को भारत-पाक मैच कराने की इजाजत दे दी थी। सरकार ने कहा- मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में पाकिस्तान से खेलने पर रोक नहीं है। दोनों देशों में द्विपक्षीय सीरीज नहीं होगी।
हालांकि मैच के दिन खिलाड़ियों ने विरोध जताने के लिए हाथ न मिलाने का रास्ता चुना। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस पर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे ICC ने खारिज कर दिया।
अफरीदी ने आरोप लगाया कि भारतीय क्रिकेटरों को ऊपर से आदेश दिया गया था कि वे पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाएं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पहले से ही बहिष्कार अभियान चल रहे थे और लोगों के कारण बीसीसीआई और खिलाड़ियों ने यह कदम उठाया।
अफरीदी ने दावा किया कि वे खिलाड़ियों को दोष नहीं देना चाहते, बल्कि उन्हें इसका आदेश मिला था।
रविवार को हुए एशिया कप 2025 के ग्रुप स्टेज मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था। टॉस के बाद भी दोनों कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया था।
बीजेपी बोली- हर भारत विरोधी को राहुल में दोस्त क्यों मिल जाता है
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस बयान पर कहा कि शाहिद अफरीदी जो भारत के खिलाफ जहर उगलने और कश्मीर को पाकिस्तान में शामिल करने का सपना देखने का कोई मौका नहीं छोड़ते, अचानक राहुल गांधी की तारीफ करने लगे हैं।
मालवीय ने कहा- अफरीदी कहते हैं कि राहुल पाकिस्तान के साथ “बातचीत” चाहते हैं, जबकि उन्होंने भारत की पॉलिसी की तुलना गाजा में इजराइल की कार्रवाई से करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला।
ऐसा क्यों है कि हर भारत-विरोधी इंसान को राहुल गांधी में एक दोस्त मिल जाता है?
जब भारत के दुश्मन आपकी जय-जयकार करने लगें, तो भारत की जनता को पता चल जाता है कि आपकी निष्ठा किस ओर है।
पहले भी पीएम मोदी पर विवादित बयान दे चुके हैं
शाहिद अफरीदी कश्मीर और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं। दो साल पहले उन्होंने पीएम मोदी को जालिम कहा था। इसके अलावा 2020 में उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। अफरीदी ने मोदी को डरपोक और मानसिक तौर पर बीमार बताया था।
उन्होंने कहा था कि मोदी को मजहब की बीमारी है। अफरीदी ने पाकिस्तानी सैनिकों से कहा था कि आप लोगों के बीच में आकर मैं खुश हूं। एक बहुत बड़ी बीमारी (कोरोना वायरस) दुनिया में फैली हुई है, लेकिन इससे भी बड़ी बीमारी मोदी के दिलो-दिमाग में है। यह बीमारी मजहब की है। वे मजहब को लेकर सियासत कर रहे हैं।