शासन ने बरेली सेंट्रल जेल के जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा बांदा जेल के अधीक्षक अविनाश गौतम और प्रयागराज की नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत को भी निलंबित किया है। बरेली जेल मामले में इससे पहले 5 अधिकारी सस्पेंड किए गए थे।
बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात कराने में गिरी गाज
प्रयागराज के उमेश पाल हत्या की पूरी प्लानिंग बरेली सेंट्रल जेल में हुई। इस मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जेल में बंद अशरफ से मुलाकात कराने के आरोपों में बरेली सेंट्रल जेल के जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया है। डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप समेत 5 अधिकारी को पहले ही निलंबित किया गया है।
इससे पहले इस मामले में बरेली पुलिस ने जेल के सिपाही मनोज कुमार गौड़, शिव हरि समेत 11 को अरेस्ट किया गया था। आरोप है कि वह बिना ID अशरफ से अतीक गैंग के लोगों की मुलाकात करवाता था। बता दें कि 11 फरवरी को शूटर बरेली जेल में अशरफ से मिले थे।
ये तस्वीर बरेली सेंट्रल जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला की है।
नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक निलंबित
माफिया अतीक अहमद को 28 मार्च को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इसके बाद उसे नैनी सेंट्रल जेल लाया गया। नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने माफिया अतीक को जेल में दाखिल नहीं होने दिया। उनके निलंबन का एक कारण यह भी माना जा रहा है।
हालांकि निलंबन का कारण शासकीय कार्यों में लापरवाही को आधार बताया गया है। मगर, विभागीय अधिकारियों में चर्चा यही है कि निलंबन का कारण माफिया अतीक को जेल में दाखिल न करके गेट पर करीब 5 घंटे तक इंतजार करवाना था। इंतजार के बाद अतीक को साबरमती जेल भेजा गया। इसके अलावा तीन दिन पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया था, जहां से आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई थीं।
ये तस्वीर नैनी सेंट्रल जेल के अधीक्षक शशिकांत सिंह यादव की है।
बांदा जेल में हुई थी खुफिया जांच
बांदा जेल में पूर्वांचल का माफिया मुख्तार अंसारी बंद है। उसके खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में डीजी जेल की ओर से खुफिया जांच कराई गई। डीआईजी जेल की रिपोर्ट के आधार पर बांदा के जेल अधीक्षक अविनाश गौतम सस्पेंड कर दिए गए हैं। डीजी जेल की रिपोर्ट के अधार पर कार्रवाई की गई है। जेल के भीतर काम न करने, लापरवाही और अनुशासनहीनता के मामले में यह कार्रवाई की गई है।
उमेश की हत्या से पहले जेल में मिले थे 9 शूटर
प्रयागराज में उमेश की हत्या 24 फरवरी को गोली और बम बरसाकर की गई। इसमें 2 सिपाही भी मारे गए थे। हत्याकांड से ठीक 13 दिन पहले बरेली सेंट्रल जेल में अशरफ से 9 शूटर मिलने आए थे। 11 फरवरी को अतीक का बेटा असद, विजय उर्फ उस्मान चौधरी, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अन्य पांच आरोपियों ने फर्जी ID से अशरफ से मुलाकात की। इसके बाद 24 फरवरी को घटना को अंजाम दिया था।