मिर्ज़ापुर में जिगना थाना क्षेत्र के नरोईया प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक से वीडियो बना कर 1 लाख रुपया मांगना यूट्यूबर को महंगा पड़ गया। बाजार में मिले युवक को अध्यापक ने पकड़ लिया। भीड़ के बीच फंसने पर ब्लैकमेलिंग कर रहा युवक पैर छू कर माफी मांगने लगा। ब्लैकमेलर को पुलिस के हवाले किया गया। युवक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है।
नरोइया प्राथमिक विद्यालय प्रथम के प्रधानाध्यापक विधानसभा चुनाव के पूर्व विद्यालय की टूटी खिड़की को बनवाने के लिए कुछ सामान लेने शहर गए थे। इसी दौरान क्षेत्र के युवक ने बच्चों से कह कर ईंट की ढुलाई कराते हुए वीडियो बना लिया। इसके बाद प्रधानाध्यापक चंद्र प्रकाश तिवारी को कई बार फोन करके मिलने को कहा। मुलाकात होने पर उसने बच्चों से काम कराने की बात कही।
हंगामा होने पर बाजार पहुंची पुलिस।
वीडियो डिलीट करने के एवज में 1 लाख रुपये की मांग की। जिस पर अध्यापक ने इंकार करते हुए उससे अपना पक्ष रखा। इसके बाद वह बार बार फोन करता रहा। बाजार में युवक के मिलने पर प्रधानाध्यापक चंद्र प्रकाश तिवारी ने उसे पकड़ लिया। कुछ ही देर में भीड़ लग गई। अध्यापक ने युवक को पकड़ने और 1 लाख मांगने की जानकारी दी।
जिगना थाना प्रभारी अरविंद पांडेय मौके पर पहुंचे। बताया कि दोनों पक्ष को सुनने के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ के दौरान कुछ अन्य लोगों का भी नाम सामने आया है। लिहाजा पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर जांच में जुटी है।
पुलिस यूट्यूबर को पकड़कर थाने ले आई।
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