इन दिनों भीषण गर्मी से प्रयागराज समेत पूरा शहर झुलस रहा है। इसे देखते हुए हीट वेव यानी लू का अलर्ट जारी किया गया है। लोग बीमार भी हो रहे हैं। हीट वेव की चपेट में आने से 8 लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। वहीं अस्पतालों में भी इसके लिए भीड़ बढ़ गई है। फिजिशियन की OPD में आने वाले ज्यादातर मरीजों में हीट वेव के ही लक्षण मिल रहे हैं। डॉक्टर मरीजों को दवा के साथ साथ सलाह भी दे रहे हैं कि वह इस गर्मी और हीट वेव से कैसें खुद का बचाव करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने बताया कि हीट वेव शरीर के लिए कई बार घातक हो सकती है। दोपहर में बाहर निकलने से बचें। हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैंप से कमजोरी, चक्कर आना, सर दर्द, उबकाई, ज्यादा पसीना आना, बेहोशी आना आदि संभव है। प्रयागराज में इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। 0532-2641577 और 0532-2641578 पर जानकारी ली जा सकती है। वहीं आज मंगलवार सुबह से मौसम में बदलाव हुआ है। आज बादल होने से लोगों को धूप से राहत मिली है
“जरूरत पड़ी तो डाॅक्टर को दिखाने में न करें लापरवाही”
प्रभारी चिकित्साधिकारी (आपदा नियंत्रण कक्ष) डॉ संजय बरनवाल ने बताया कि जनपद में पारा 45 डिग्री तक पहुंच गया हैं। कुछ दिनों तक बचाव जरूरी है। उन्होंने अपील की है कि विभागीय सुझाव मानें और हीट वेव से बचें। उन्होंने अब तक हीट वेव के चार मरीज बेली में रिपोर्ट किये गए हैं। वहीं एसआरएन और काल्विन हॉस्पिटल में भी हीट वेव के मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।
लू से बचाव के प्रति सचेत करते हुए कहा कि अधिक गर्मी वाले समय में विशेषकर 12 से 3 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। नंगे पैर बाहर न निकलें, अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से यथासंभव बचें। बासी भोजन का प्रयोग न करें, बच्चों तथा पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें। गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें। रसोई वाले स्थान को ठंडा करने के लिए दरवाजे खिड़कियां खोल दें
“हीट वेव से बचाव के लिए यह भी करें”
मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के सीनियर फिजिशियन डॉ. केके मिश्रा बताते हैं कि हीट वेव (लू) से बचाव के लिए हाइड्रेट रहें यानी शरीर में पानी की कमी से बचें, इसके लिए अधिक से अधिक पानी पीते रहें। यात्रा करते समय पानी का प्रयोग ज्यादा करें। ORS, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल एवं सब्जियों जैसे खरबूजा, संतरे, अंगूर, खीरा, ककड़ी एवं सलाद पत्ता आदि का प्रयोग करें एवं शरीर को ढककर रखें।
इन बातों का भी रखें ध्यान