वाराणसी में बुधवार को गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस का ऑडियो पाठ रिलीज किया गया। 138 घंटे, 41 मिनट 2 सेकेंड तक लगातार चलने वाला यह ऑडियो पाठ दुनिया का सबसे बड़ा गाना बन गया है। साथ ही गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है। इससे पहले का रिकॉर्ड 115 घंटे 45 मिनट का इंग्लैंड की म्यूजिक बैंड के नाम था।
वाराणसी के लेखक और रिसर्चर डॉ. जगदीश पिल्लई ने यह गाना तैयार किया है। इस आध्यात्मिक गाने को आज प्रदेश सरकार में आयुष मंत्री दयाशंकर ‘दयालु’ ने सुंदरपुर के डॉ. पिल्लई के घर पर ही लॉन्च किया। वहीं, गिनीज की ओर से रामचरितमानस को “लांगेस्ट ऑफिशियली रेलीसेड सॉन्ग” यानी “आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त दुनिया के सबसे लंबे गाने” के रूप में दर्ज किया गया है।
पूरा पाठ म्यूजिक के साथ कंपोज किया गया। रामचरितमानस के करीब 15000 श्लोकों, छंदों, चौपाइयों और सोरठा को गाकर तैयार किया है। यह काफी मेलोडियस है। मानस पाठ में जहां-जहां भी विश्राम हैं, वहां-वहां पर पॉज लिया गया है। रामचरितमानस के पूरे ग्रंथ को अलग तरीके से स्वयं एक नए धुन में भजन और कीर्तन के साथ गाया गया है। इस गाने को दुनिया भर के आधिकारिक म्यूजिक चैनल्स जैसे ऐप्पल म्यूजिक, स्पॉटिफाई, अमेजन, म्यूजिक आदि 100 से ज्यादा प्लेटफार्म पर प्रसारित कर चुके हैं।
यह फोटो दीपक जायसवाल की है। उन्होंने 4 साल तक इस गाने को रिकॉर्ड किया है।
5वीं बार मिला गिनीज बुक सम्मान
डॉ. जगदीश पिल्लई ने कहा कि उन्हें इस बार 5वां गिनीज बुक अवॉर्ड मिला है। डॉ. पिल्लई ने कहा कि वे 4 साल से इस गाने को धुन में पिरो रहे थे। बीच में कोविड महामारी की वजह से काम डेढ़ साल तक रुक गया। हम लोग ‘सिम्फेनी ऑफ क्राउन’ का रिकॉर्ड तोड़ना चाह रहे थे, जो कि 48 घंटे का था।
मगर, तब तक इंग्लैंड के दो म्यूजिसियंस ने 115 घंटे, 45 मिनट का गाना रिलीज कर इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया। यह रिकॉर्ड 1 दिसंबर 2021 को सेंट एल्बंस, हर्टफोर्डशायर, UK के मार्क क्रिस्टोफर ली और द पॉकेट गॉड्स के नाम था।
यह गाना स्टूडियो में रिकॉर्ड किया गया। स्टूडियो की ओर से इसके लिए कोई चार्ज नहीं किया गया।
380 घंटे तक किया गया रामचरितमानस का ऑडियो पाठ
115 घंटे 45 मिनट का नया भारी-भरकम रिकॉर्ड बनने के बाद हम लोगों ने इसे भी तोड़ने का प्लान बनाया। सुंदरपुर स्थित बृज इन्क्लेव स्थित उन्नति म्यूजिक स्टूडियो में संपर्क किया गया। पूरे 380 घंटे तक रामचरितमानस के ऑडियो पाठ की रिकॉर्डिंग चली। एक दिन में अधिकतम 8 घंटे तक। स्टूडियो की ओर से कोई चार्ज नहीं किया गया।
वाराणसी में सबसे लंबा गाना बनाने के बाद स्टूडियो में मौजूद रामचरितमानस ऑडियो पाठ की टीम।
महामारी से बचाने के लिए मंत्रों से की थी कामना
इससे पहले लॉकडाउन के दौरान डॉ. पिल्लई ने काशी के 56 परिवारों के साथ 11,551 बार ‘लोका: समस्ता: सुखिनो भवन्तु’ लिखकर दुनिया को महामारी से बचाने की कामना की थी। उन्हें उड़ीसा के महात्मा गांधी ग्लोबल पीस फाउंडेशन द्वारा दो साल के लिए विश्व शांति दूत की उपाधि से नवाजा गया था।