दुर्ग विधायक अरुण वोरा इन दिनों पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन पर आरोप है कि वे शासकीय विद्यालयों में जाकर स्कूल भवन बनवाने का वादा कर रहे हैं और बच्चों से कह रहे हैं कि वे अपने पैरेंट्स से बोलकर कांग्रेस को वोट करने को कहें। दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने इस मामले में जांच की बात कही है।
दुर्ग विधायक अरुण वोरा बुधवार दोपहर दुर्ग शहर स्थित जेआरडी आत्मानंद हायर सेकंडरी स्कूल गए थे। वो यहां की प्राचार्य एस संगीता नायर से मिले। प्राचार्य विधायक के साथ हर एक क्लास रूम में पहुंचीं। विधायक बच्चों से मिले और पूछने लगे कि इस बार भी वोरा की सरकार बनेगी या नहीं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाओगे कि नहीं। उन्होंने बच्चों को खुलेतौर पर प्रलोभन दिया कि अगर वे अपने पैरेंट्स से कांग्रेस को वोट देने के लिए कहेंगे और कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो यहां स्कूल भवन का निर्माण कराएंगे।
स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों ने बताया विधायक अरुण वोरा आए थे वोट मांगने।
भास्कर की टीम पहुंची स्कूल, बच्चों ने बताई हकीकत
जैसे ही इस बात की जानकारी भास्कर की टीम को मिली, वो जेआरडी स्कूल पहुंची। वहां बच्चों ने बताया कि विधायक अरुण वोरा स्कूल आए थे। उन्होंने कहा कि इस बार भी उन्हें ही जिताना है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो स्कूल का विकास होगा। भवन का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने सभी बच्चों से कहलवाया कि वो अपने घरों में जाएं और अपने परिजनों, माता-पिता और संबंधियों से कहें कि वो अरुण वोरा और कांग्रेस को वोट करें। ऐसा करके विधायक वोरा ने खुलेआम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
जेआरडी आत्मानंद हिंदी मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल दुर्ग।
एसडीएम ने मामले की जांच का दिया आश्वासन
इस मामले में जब जिला निर्वाचन अधिकारी और दुर्ग कलेक्टर से बात की गई, तो उन्होंने इसे गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि दुर्ग SDM मुकेश रावटे से शिकायत कीजिए। मुकेश रावटे का कहना है कि वो इस मामले की जांच करेंगे। अगर किसी शासकीय स्कूल में ऐसा किया गया है, तो ये आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा, लेकिन जब तक जांच नहीं होगी, कुछ भी नहीं कह सकते हैं।
विधायक वोरा ने दिया आरोपों पर जवाब
विधायक अरुण वोरा का इस बारे में कहना है कि वो स्कूल के सामने से गुजर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि स्कूल में एक बच्ची बेहोश हो गई है, इसलिए वो वहां गए और फिर वहां बेहोश बच्ची का हाल जानकर चले गए। जबकि स्कूल के ही एक शिक्षक ने यहां तक बताया कि विधायक तो हर स्कूल में जा रहे और वोट के लिए कह रहे हैं।