वाराणसी से आलोक पाण्डेय की रिपोर्ट…….
लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे के विस्तार और नए टर्मिनल के बीच नई गाइडलाइन लागू की जाएगी। बाबतपुर एयरपोर्ट के 20 किलोमीटर के दायरे में इमारतें अब आसमान नहीं छुएंगी। परिधि में आने वाले भवनों की ऊंचाई घटाई जाएगी, तो निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारतों को सीमित ऊंचाई का नक्शा पास होगा।
वीडीए और एयरपोर्ट अधिकारियों की समन्वय बैठक में तय हुआ कि एयरपोर्ट के निर्धारित क्षेत्रफल में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के विमान संचालन की सुरक्षा ऊंचाई प्रतिबंध नियम लागू करेगा। विमानों की राह में आने वाली असुविधाएं और अवरोधों को घटाया जाएगा।
वीडीए वीसी ने अपने अधीनस्थों के साथ नियमावली पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे के विस्तार के साथ-साथ नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखी तो सरकारी मशीनरी अपने-अपने काम में जुट गई। 2870 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले एयरपोर्ट में अब बड़े विमान उतरेंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की नियमावली का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। विमान संचालन की सुरक्षा ऊंचाई प्रतिबंध नियमानुसार अधिक ऊंची कोई संरचना निर्मित या स्थापित नहीं की जाएगी।
कोई भी वृक्ष जो निर्धारित ऊंचाई से अधिक ऊंचाई पर उगता है हवाई अड्डा से बीस किलोमीटर की परिधि में किसी भी भूमि पर नहीं लगाया जाएगा। हवाई अड्डे की चारदीवारी के एक किलोमीटर के भीतर समतल सड़कें और समतल रेलवे लाइनें भी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के अधीन होंगी।
अधिकारियों की माने तो एविएशन के मानक में क्षेत्र के सैकड़ों इमारतें आएंगी, इनकी कई मंजिलें गिराई जाएंगी। वहीं अब 20 किमी क्षेत्र में मानक के अनुसार वाराणसी विकास प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत और NOC के बाद ही निर्माण कार्य सुनिश्चित किया जाएगा।
एयरपोर्ट और वीडीए टीम ने किया मंथन
मंगलवार को उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग और एयरपोर्ट डायरेक्टर पुनीत गुप्ता के नेतृत्व में दोनों विभागों के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में नागर विमानन मंत्रालय की नियमावली पर चर्चा की। वीडीए वीसी ने बताया कि एयरपोर्ट टीम के सर्वे के बाद सबसे पहले जिन भवनों को चिह्नित किया गया, उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।
पहली सूची में एयरपोर्ट के नजदीक वाराणसी विकास प्राधिकरण ने 15 भवनों और 4 मोबाइल टावरों पर मानक से अधिक ऊंचे निर्माण होने पर नोटिस जारी किया है। निर्माणों को तत्काल प्रभाव से हटाने के लिए निर्देशित करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी है।
नोटिस की कार्रवाई के बाद मंगलवार से ही 2 भवनों के स्वामियों ने ऊंचाई को मानक के अनुसार कम करना भी शुरू कर दिया। अपर सचिव ने बताया कि दोनों विभाग नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह एयरपोर्ट के आस-पास के क्षेत्रों का संयुक्त सर्वे करेंगे और मानक से ऊंचे निर्माणों को चिह्नित करेंगे।
कलर कोडेड ज़ोनिंग मैप जारी होंगे
अधिकारियों ने बताया कि नागरिक हवाई अड्डों के संबंध में क्षेत्र के अक्षांश और देशांतर के आधार पर एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा कलर कोडेड ज़ोनिंग मैप्स (CCZM) जारी किए जाएंगे। जो अलग-अलग कलर कोडेड ग्रिड के माध्यम से, हवाई अड्डे के आस-पास के क्षेत्रों में स्वीकार्य ऊंचाई को दर्शाएंगे। जो हवाई अड्डे के संदर्भ बिंदु से बीस किलोमीटर से अधिक की परिधि में नहीं आते हैं।
भारतीय विमान पत्तन के दायरे का CCZM(Color Coded Zoning Map) प्राधिकरण की वेबसाइट https;//nocas2.areo/nocas/ पर उपलब्ध है। बैठक में अपर सचिव डा. गुडाकेश शर्मा, एयरपोर्ट के डायरेक्टर पुनीत गुप्ता, एयरपोर्ट के सहायक प्रबन्धक शैलेश सिंह, वीडीए के ज्वाइंट सेक्रेटरी परमानन्द यादव, नगर नियोजक प्रभात कुमार, गौरव सिंह, जयप्रकाश, अतुल कुमार मिश्रा समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे।