प्रयागराज में महाकुंभ के बीच एक कथा वाचक से मारपीट का मामला सामने सामने आया है। मारपीट किसी और से नहीं बल्कि पुलिस कर्मियों से की गई। शहर के सुलेमसराय के शेरवानी मोड़ के पास ड्यूटी पर कार्यरत दरोगा का कालर पकड़ कर मारपीट का आरोप कथा वाचक पर लगा है। पुलिस का आरोप है कि दरोगा को धमकी देने के साथ ही वर्दी पर हाथ डाला गया, साथ ही वर्दी उतरवा कर नौकरी खा जाने की धमकी दी गई। पुलिस ने कालिका प्रसाद पांडेय व उनके अन्य साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कथा वाचक को जेल भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है।
जानिये क्या है पूरा मामला
धूमनगंज थाने में तैनात दरोगा शैलेन्द्र कुमार यादव ने एफआईआर दर्ज कराई है कि वह कुंभ मेला में जाने वाले श्रद्धालुओें के वाहनों को पार्किंग स्थल पर पार्क कर रहे थे। पार्किंग स्थल होने के कारण काफी संख्या में भीड़ थी। आरोप है कि कालिका प्रसाद पाण्डेय निवासी सैनिक कालोनी गयासुद्दीनपुर उपरहार अपनी कार से धूमनगंज की ओर से आए। कार को बीच सड़क पर खड़ी कर दिया इससे पीछे काफी संख्या में वाहन खड़े हो गए और यातायात बाधित होने लगा।
श्रद्धालुओं ने इसका विरोध किया तो कालिका प्रसाद और गाड़ी में मौजूद दो साथी कार से नीचे उतरकर मारपीट पर उतारू हो गए। पुलिस का कहना है कि एसआई शैलेन्द्र कुमार यादव ने गाड़ी पार्क करने एवं श्रद्धालुओं से न उलझने की बात कही तो वह झगड़ा कर हंगामा करने लगे। कालर पकड़कर धक्का दिया। मारपीट में एसआई की वर्दी फट गई। धमकी दी कि तुम जैसै पुलिस वाले मैने बहुत देखे है। नौकरी खा जाऊंगा। शोरगुल और मारपीट देखकर अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे तो कालिका के साथ वाले भाग गए। पुलिस ने कालिका प्रसाद को पकड़ लिया। धूमनगंज पुलिस का कहना है कि कालिका प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं कथा वाचक के करीबियों का कहना है कि पुलिस ने मारपीट की कहानी बनाई गई।