भिलाई में डायरिया के 12 नए मामले सामने आए हैं। खुर्सीपार स्थित वार्ड 51 राजेंद्र प्रसाद नगर में गुरुवार (25 सितंबर) को स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम सर्वे करने पहुंची। जहां इन मरीजों की पहचान की गई।
इस वार्ड में अब तक डायरिया के कुल 23 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। सर्वे का काम डॉ. राजेंद्र प्रसाद चौक से शुरू हुआ, जहां मितानिनों ने घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच की।
इस दौरान कुल 174 घरों का निरीक्षण किया गया। टीम ने मौके पर ही मरीजों को 40 से अधिक ओआरएस पैकेट, 100 जिंक टैबलेट और 30 अन्य आवश्यक दवाइयां वितरित कीं।
पेयजल पाइपलाइन की जांच
भिलाई नगर निगम की टीम ने पेयजल पाइपलाइन की जांच की। जिन स्थानों पर लीकेज पाया गया, वहां मरम्मत का कार्य तत्काल शुरू कर दिया गया है। टीम ने यह भी पाया कि प्रभावित क्षेत्र में अधिकांश लोग बोरिंग का पानी पी रहे थे, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया था।
लोगों से केवल उबला हुआ और सुरक्षित पानी पीने की अपील की गई है। निगम अमला नालियों की सफाई और मलबा हटाने के अभियान में भी जुटा हुआ है।
अधिकारियों ने रोगियों को प्राथमिक उपचार देने के साथ-साथ घरों में स्वच्छता और पीने के पानी के सुरक्षित उपयोग के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और लगातार निगरानी की जा रही है।
मरीजों की हालत खतरे से बाहर
सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी ने बताया कि वार्ड 51 में मिले 23 मरीजों में से चार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से दो मरीजों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि दो का इलाज अभी जारी है।
राहत की बात यह है कि गुरुवार के बाद से कोई नया गंभीर मरीज सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग ने पानी के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट अगले 48 घंटों में मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि संक्रमण को रोकने के लिए पानी को उबालकर पिएं, ताजा भोजन का सेवन करें और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें। किसी भी व्यक्ति को दस्त या उल्टी की शिकायत होने पर तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंचकर उपचार लेने की सलाह दी गई है।