UP के बरेली में जुमे पर ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर बवाल के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मैलाना तौकीर रजा समेत 40 लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा, 2000 अज्ञात लोगों पर 5 थानों में मुकदमे दर्ज किए हैं।
इधर, CM योगी ने एक कार्यक्रम में कहा- “मौलाना भूल गया कि शासन किसका है। वो मानता था कि धमकी देंगे और जबरदस्ती जाम कर देंगे। हमने कहा कि जाम नहीं होगा। कर्फ्यू भी नहीं लगने देंगे। ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां दंगा करना भूल जाएंगी।”
दरअसल, शुक्रवार मौलाना तौकीर रजा की अपील पर ही भीड़ सड़क पर उतर आई थी। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया था। इसके पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था।
इधर, लखनऊ की सड़कों पर नए होर्डिंग लगवा दिए गए हैं। इन पर लिखा है- ‘आई लव श्री योगी आदित्यनाथ जी’ और ‘आई लव बुलडोजर।’ वहीं, बाराबंकी में देर रात आई लव मोहम्मद के पोस्टर फाड़ने पर हंगामा हो गया। इस दौरान काफी संख्या में पुलिस पहुंच गई और हालात काबू में किया।
बरेली में अब तक 50 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
I Love Muhammad विवाद कानपुर से शुरू हुआ था
विवाद कानपुर में 4 सितंबर से शुरू हुआ। बारावफात (ईद मिलाद-उन्नबी) के जुलूस के दौरान एक समूह ने ‘I Love Muhammad’ लिखा एक बैनर/लाइटबोर्ड जुलूस मार्ग पर लगाया। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया।
पुलिस ने बैनर हटाए और 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। बाद में विवाद बढ़ गया और कई अन्य शहरों व राज्यों में ‘I Love Muhammad’ के समर्थन में रैलियां, बैनर और पोस्टर लगे। हिंदू समुदाय ने इसके जवाब में “I Love Mahadev/Mahakaal” जैसे बैनर लगाए।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- मस्जिदें नमाज के लिए होती हैं, न कि सड़कों पर उपद्रव के लिए। मोहम्मद से मोहब्बत हर मुसलमान के दिल में है। इसे जताने के लिए सड़क पर तमाशा करने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा- मैंने पहले भी कहा है और अब भी कह रहा हूं-‘आई लव मोहम्मद’। मोहम्मद मेरी जिंदगी का मकसद हैं। उनके उसूलों और आदर्शों पर चलना ही असली मोहब्बत है, न कि सड़कों पर हंगामा करना। मुझे नहीं पता ये क्या तमाशा चल रहा है, लेकिन ये किसी सूरत में जायज नहीं है। मौलानाओं को आगे आकर इसे रोकना चाहिए।