सूर्यदेव पृथ्वी पर जीवन के दाता माने जाते हैं। सूर्य के ताप के बिना जीवन संभव नहीं है। सूर्य से प्रकृति जुड़ी हुई हैं। इस कारण से खरमास में जब सूर्य का तेज कम होता है, तो में कोई भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, शिशु संस्कार आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते…