छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 21 दिसंबर को अब तक का सबसे बड़ा रोजगार मेला आयोजित किया गया। इसमें बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक और युवतियां जॉब पाने के लिए पहुंचे। बेरोजगारों का इंटरव्यू लेने के लिए 6 सेक्टर में अलग-अलग जगह 60 से अधिक नियोक्ता कंपनियों ने अपना स्टॉल लगाया।
राजकुमार कुर्रे, उप संचालक, जिला रोजगार कार्यालय दुर्ग ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की पहल से दुर्ग जिले में रोजगार मेला का आयोजन किया गया है। इसे दो भागों में बांटा गया है। पहला सेक्टर 6 लाईवलीहुड कॉलेज जहां 40 से अधिक नियोक्ता कंपनियां जॉब ऑफर करने पहुंची हैं। वहीं 20 से अधिक कंपनियों ने आईटीआई ग्राउंड में आयोजित रोजगार मेला में अपना स्टॉल लगाया है।
एक जगह पर अधिक भीड़ न हो इसलिए इस एक दिवसीय मेले को 6 अलग-अलग सेक्टर में डिवाइड किया गया है। यहां अलग-अलग ट्रेड के मुताबिक बेरोजगारों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। इसके बाद उन्होंने उनकी पसंद के सेक्टर में इंटरव्यू के लिए भेजा जा रहा है। नियोक्ता कंपनियां बच्चों के रजिस्ट्रेशन फॉर्म में डिटेल भरकर लिख रही हैं कि किसे सेलेक्ट किया गया, किसे वेटिंग में रखा गया और किसे रिजेक्ट किया गया है। इस डाटा को जिला रोजगार कार्यालय अपने पास रिकॉर्ड के रूप में रखेगा।
रजिस्ट्रेशन के बाद बेरोजगारों को दिया जा रहा फार्म
42 हजार बेरोजगारों को रोजगार देने का लक्ष्य
इस रोजगार मेला में 70 नियोक्ता कंपनियों को बुलाया गया था। इसमें 42050 पदों को भरने का लक्ष्य रखा गया है। दुर्ग में जितने पद भर जाएंगे और उसके बाद जो खाली रहेंगे उन पदों को बिलासपुर में आयोजित रोजगार मेले में भरा जाएगा।
इंटरव्यू के लिए नियोक्ता कंपनियों द्वारा लगाए गए स्टॉल
बैंकिंग सेक्टर में दिखा अधिक रुझान
रोजगार मेला में बैंकिंग और माइक्रो फायनेंस सेक्टर में बेरोजगारों का अधिक रुझान दिखा। यहां जॉब इंटरव्यू के लिए भिलाई से आई प्रभा, वर्षा और आरती द्विवेदी ने बताया वो लोग बैंकिंग सेक्टर में इंटरव्यू देने आईं थीं। उनसे पूछा गया कि रायपुर या बाहर जॉब मिलेगी तो क्या वे कर पाएंगे। उन्होंने जॉब के लिए हामी भर दी है। इसके बाद इंटरव्यू करने वाले ने उन्हें कॉल आने की बात कही है। इसके साथ ही बैंकिंग सेक्टर और माइक्रो फाइनेंस के जितने भी स्टॉल यहां लगे थे उसमें बेरोजगारों की भीड़ अधिक दिखी।
कांकेर से आए युवा अपनी शिकायत रखते हुए।