अध्यात्म, आस्था और विश्वास से भरी महाकुंभ की पवित्र नगरी इन दिनों साधु-संतों और श्रद्धालुओं से गुंजायमान है। जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। महाराज बताते हैं कि- यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील…